By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Aug 29, 2018
अलपुझा। केरल बाढ़ को ‘बहुत बड़ी त्रासदी’ करार देते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आश्वस्त किया कि उनकी पार्टी मुआवजा देने के लिए केंद्र और राज्य सरकारों पर दबाव डालेगी जो उन्हें प्रभावित लोगों को देना चाहिए। बाढ़ से बर्बाद हुए अलपुझा, एर्नाकुलम और त्रिशूर जिलों का दौरा करते हुए उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से राहत एवं पुनर्वास अभियानों में भाग लेने तथा लोगों के क्षतिग्रस्त मकानों को रहने योग्य बनाने में मदद करने की भी अपील की।
उन्होंने कहा, ‘यह हम सभी के लिए बहुत बड़ी त्रासदी है। कई लोगों की जानें गई, कई लोगों ने अपनी संपत्ति गंवाई। मैं आप सभी को बताना चाहता हूं कि आप अकेले नहीं हो और हम सब आपके साथ हैं।’ केरल के दो दिवसीय दौरे पर आज सुबह पहुंचे गांधी ने राहत शिविरों में लोगों से बात की। उन्होंने कोच्चि के समीप अलुवा में एक राहत शिविर में रह रहे लोगों से कहा, ‘सरकार को आपको मुआवजा देना चाहिए और सरकार को आपके मकान फिर से बनाने में मदद देनी होगी। हम विपक्ष में हैं और यह हमारा कर्त्तव्य है कि सरकार पर दबाव डाला जाए।’
बाढ़ प्रभावित लोगों से बात करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि हम बहुत बड़ी चीजें नहीं कर सकते क्योंकि पार्टी राज्य और केंद्र दोनों जगह सत्ता में नहीं है लेकिन हम हरसंभव मदद का वादा करते हैं। उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं से लोगों को मुआवजा देने के लिए सरकार पर ‘‘दबाव’’ बनाने का अनुरोध किया। उन्होंने एर्नाकुलम जिले के उत्तर परवूर में एक राहत शिविर में लोगों को संबोधित करते हुए कहा, ‘हम दिल्ली में भाजपा सरकार पर भी दबाव बनाएंगे।’
गांधी ने आपदा के समय में एक साथ खड़े रहने के लिए केरलवासियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्हें अपने आप पर गर्व होना चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी धर्म, समुदाय, जातियां एक साथ खड़ी हुई और त्रासदी का सामना किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी फंड जुटा रही है ताकि वह लोगों का उनके मकानों के पुनर्निर्माण में मदद कर सकें। इससे पहले अलपुझा में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने उन मछुआरों को सलाम किया, जिन्होंने भीषण जलसंकट में फंसे लोगों को बचाने में अहम भूमिका निभायी।
उन्होंने दावा किया कि देश में मछुआरा समुदाय किसानों के समान संकट का सामना कर रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस केन्द्र में सत्ता में आती है तो वह अलग से मत्स्य मंत्रालय बनायेगी। केरल में 100 साल में यह सबसे भीषण आपदा है, जिसके कारण राज्य में भारी नुकसान पहुंचा है और कई लोग मारे गये हैं। बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित अलपुझा में कांग्रेस द्वारा आयोजित स्वागत कार्यक्रम में मछुआरा समुदाय को सम्मानित करते हुए राहुल ने कहा कि तटरक्षक को बचाव अभियानों के लिये मछुआरों की सेवाएं लेनी चाहिए।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘मुझे यह कहते हुए गर्व हो रहा है कि अपनी तमाम दुश्वारियों... कठिनाइयों... के बावजूद जब भी केरल को आपकी जरूरत पड़ी... आप हमेशा मदद के लिये खड़े हुए और अपना सर्वश्रेष्ठ दिया। केरल की जनता के प्रति आपकी प्रतिबद्धताओं को मैं सलाम करता हूं।’ उन्होंने कहा कि हालिया बाढ़ में तीन हजार मछुआरों ने 70,000 लोगों की जान बचायी।
उन्होंने आरोप लगाया कि देश में मछुआरा समुदाय वैसे ही संकट का सामना कर रहा है जैसा कि किसान झेल रहे हैं। राहुल ने कहा, ‘कांग्रेस के केन्द्र में सत्ता में आते ही हम लोग मत्स्य मंत्रालय की स्थापना करने वाले हैं।’ उन्होंने कहा, ‘ईश्वर के इस देश की मानवशक्ति का अपना मंत्रालय होगा। ताकि आपकी समस्याओं पर ध्यान दिया जाये और आपकी आवाज राष्ट्रीय स्तर पर सुनी जा सके।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं आपसे कोई झूठे वादे नहीं करना चाहता। यह कांग्रेस अध्यक्ष का वादा है।’
राहुल गांधी ने कहा कि किसानों के साथ मछुआरों ने भी देश के निर्माण में मदद की है। उन्होंने कहा कि कई जिंदगियों को बचाने वाले इन मछुआरों का सम्मान करना मेरे लिये ‘‘गर्व’’ की बात है। चक्रवात ‘ओखी’ के बाद राज्य के अपने पिछली बार के दौरे को याद करते हुए उन्होंने कहा, ‘मैं यहां आया और आपके घर गया। मैं निश्चित रूप से यह कहना चाहता हूं कि अगर पिछली बार की मैं बात करूं तो उस नुकसान (चक्रवात से हुए) के लिये आपको जो मदद मिली उससे मैं खुश नहीं हूं।’
राहुल के साथ केरल विधानसभा में विपक्ष के नेता रमेश चेन्निथला और कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष एम एम हासन भी मौजूद थे। कांग्रेस प्रमुख का कल वायनाड और कोझिकोड जिलों का दौरा करने का भी कार्यक्रम है।