पहला सुख 'निरोगी काया'! शास्त्रों-पुराणों में सभी सुखों में पहला सुख शरीर का स्वस्थ रहना माना गया है। अगर किसी मनुष्य को कोई रोग हो जाए, तो समझना मुश्किल नहीं है, कि उसकी क्या हालत हो जाती है। खाने-पीने से लेकर उठने-बैठने सोने तक की समस्याएं उसके सामने आ जाती हैं। ऐसे में मनुष्य कैसे भी चाहता है कि इन तमाम रोग व्याधियों से वह दूर हो जाए।
इसके लिए वह तमाम वैज्ञानिक दवाइयों का सहारा लेता है। कभी एलोपैथी, कभी आयुर्वेद, कभी होम्योपैथी के रास्ते ऐन, केन, प्रकारेण वह अपने रोग को दुरुस्त कर लेता है। पर कई ऐसे रोग भी होते हैं, जो एक सीमा के बाद लाइलाज हो जाते हैं। ऐसे में अपनी समस्या से छुटकारा पाने के लिए ज्योतिष शास्त्र में बताए गए कुछ टोटके भी लोगों द्वारा आजमाए जाते हैं।
आइए जानते हैं कि ज्योतिष में वर्णित किस टोटके से क्या लाभ होता है।
मंगलवार को अगर आप आटे में गुड़ मिलाकर तंदूर में रोटियां पकाते हैं, और उसे कुत्ते और कौवे को खिलाते हैं, तो इससे आपकी समस्याएं दूर होती हैं। लेकिन इसकी एक खास विधि है। इसके लिए आपको पूरे महीने में आपके घर जितने भी रिश्तेदार आते हैं, और आपके घर के कुल सदस्यों की संख्या को जोड़ लीजिए। उसके बाद उसमें चार और जोड़कर जितनी संख्या है, उतनी रोटियां आपको पकानी हैं, और खास बात यह भी है कि, जब भी आप रोटियां पकाएं, तो तवे का प्रयोग ना करें। बल्कि सिर्फ तंदूर का ही प्रयोग करें।
ऐसा माना जाता है कि तमाम इलाज के बाद भी अगर कोई बीमारी सही नहीं होती है, तो उसमें ज्योतिष का यह फार्मूला काम करता है।
बीमारी ठीक करने के लिए ज्योतिष का एक और टोटका है, और वह है कि प्रत्येक रात को जब सोने जाएँ, तो अपने सिरहाने 2, 4 या फिर ₹5 सिक्के के रूप में रखकर सोएं। इसके साथ ही सुबह उठने के बाद आप इन सिक्कों को सफाई कर्मचारी को दे दें। इसके साथ ही आपके इष्ट देव आप की बीमारी को अवश्य ही दूर करेंगे, ऐसी प्रार्थना आप को नियमित रूप से करनी है।
तीसरा टोटका बड़ा इंपॉर्टेंट है, और वह यह है कि घर के नौकर-चाकरों से आपको लड़ाई झगड़ा नहीं करना चाहिए। यह भी कहा जाता है कि नौकर-चाकरों की मजदूरी में कटौती नहीं करनी चाहिए, अन्यथा ज्योतिष के अनुसार आप की बीमारी ठीक होने में मदद नहीं मिलेगी।
ज्योतिष के टोटके में सुबह-सुबह जातकों को सूर्य की रोशनी में स्नान करने का सुझाव दिया जाता है। इसके साथ ही बगैर मुंह धोए, आपको अन्न-जल ग्रहण नहीं करना चाहिए। वहीं सुबह और रात में सोने से पहले तुलसी का काढ़ा भी आपको पीना चाहिए, तो जरूरतमंदों को दान करने का सुझाव यहां भी दिया जाता है।
अगर आप ध्यान से देखें, तो यह सारे सुझाव सामान्य दृष्टि से भी आजमाये जा सकते हैं। जरूरतमंदों को दान देना एक बेहतरीन परंपरा है, जिससे मन को शांति मिलती है। ज्योतिष कभी भी यह नहीं कहता है, कि उसके टोटकों को आजमाते समय आप वैज्ञानिक इलाज को इग्नोर कर दें। इसलिए वैज्ञानिक इलाजों को अपनाएं जरूर, इसके साथ ही अपने स्वास्थ्य की देखरेख करते हुए मन को शांत करने के लिए इन टोटकों को भी आजमा सकते हैं।
- विंध्यवासिनी सिंह