By अभिनय आकाश | Sep 17, 2024
भारत से अच्छे संबंध होने के बावजूद ईरान ने ऐसा कांड कर दिया है, जिससे हर भारतवाशी गुस्से से भर उठेगा। ईरान को भी मुस्लिम देशों का नेता बनने का शौक चढ़ गया है। अपने इसी शौक के चक्कर में ईरान ने भारत से पंगा ले लिया है। लेकिन ये ईरान को बहुत महंगा पड़ने वाला है। भारत और इजरायल ने मिलकर ईरान को सबक सिखा दिया है। दरअसल, पांच बजकर 16 मिनट पर भारत को लेकर खामनेई का एक ट्वीट आता है। ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनई ने कहा है कि भारत में मुसलमानो का उत्पीड़न हो रहा है। उन्होने सोशल मीडिया एक्स पर यह बात कही और दुनियाभर के मुसलमानों के बीच एकजुटता की जरूरत बताई। खामेनई ने लिखा कि अगर हम म्यामार, गाजा, भारत या किसी अन्य स्थान पर किसी मुस्लिम को होने वाली पीड़ा से बेखबर है तो हमें खुद को मुसलमान नहीं मानना चाहिए। यानी ईरान ने भारत के मुसलमानों की तुलना गाजा और म्यामांर के रोहिंग्याओं से कर दी।
दिलचस्प बात ये है कि जिसे भी अपनी नेतागिरी चमकानी होती है वो तुरंत में भारतीय मुसलमानों का नाम ले लेता है। खामनेई ने एक बड़े मकसद के लिए बड़ी ही चालाकी से भारतीय मुसलमानों का नाम लिया है। उन्हें पता था कि अगर भारतीय मुसलमानों का नाम नहीं लेंगे तो उनके बयान को कोई नहीं पूछेगा। लेकिन खामनेई ने जैसे ही अपने ट्वीट में भारत का नाम लिया तो वो ट्वीट वायरल हो गया। 15 लाख से ज्यादा लोगों ने इस ट्वीट को देखा। दरअसल, इसके पीछे ईरान का एक अलग ही खेल था। ईरान दुनियाभर के मुस्लिम देशों का समर्थन जुटाने में लग गया है। एक्सपर्ट का कहना है कि ईरान न्यूक्लियर हथियार बनाने की कगार पर है। ऐसे में अगर वो न्यूक्लियर हथियार का परीक्षण करता है तो उसे मुस्लिम देशों का समर्थन चाहिए होगा। इसलिए खामनेई ने अपने ट्वीट में मुस्लिम उम्माह का जिक्र किया है। मुस्लिम उम्माह का मतलब दुनियाभर के मुसलमान।
भारत ने तो ईरान को जवाब दिया ही वहीं इजरायल ने तो उसकी बोलती बंद करा दी। भारत में इजरायल के राजदूत रूवेन अजार ने तो ईरान के सुप्रीम लीडर को टैग करते हुए लिखा कि खामनेई तुम अपने ही लोगों के हत्यारे हो, उनका दमन करने वाले हो। इजरायल, भारत समेत सभी लोकतांत्रिक देशों में मुस्लिम पूरी स्वतंत्रता के साथ रहते हैं। लेकिन ईरान में ही लोगों का दमन होता है। लेकिन ईरान के लोगों को जल्द ही आजादी मिलने वाली है। यानी ईरान को इजरायल ने सीधी सीधे चेतावनी दे डाली है और बता दिया है कि वहां कुछ बड़ा खेल होने वाला है।
ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई के इस कथित आरोप पर अब भारत की ओर से भी प्रतिक्रिया सामने आई है। भारत के विदेश मंत्रालय ने इन आरोपों का कड़े शब्दों में जवाब दिया है और खामेनेई के बयान की निंदा की है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि भारत में अल्पसंख्यकों पर टिप्पणी करने वाले देशों को दूसरों के बारे में कोई भी टिप्पणी करने से पहले अपना रिकॉर्ड देखना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम ईरान के सर्वोच्च नेता के भारत में अल्पसंख्यकों के संबंध में की गई टिप्पणियों की कड़ी निंदा करते हैं। ये गलत सूचना पर आधारित और अस्वीकार्य हैं।