By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Aug 18, 2017
देश की प्रमुख आईटी कंपनी इन्फोसिस के निदेशक मंडल ने अपने सीईओ विशाल सिक्का के अप्रत्याशित इस्तीफे के मामले में एनआर नारायणमूर्ति पर निशाना साधते हुए कहा है कि नारायणमूर्ति के लगातार हमलों के चलते ही सिक्का ने इस्तीफा दिया है। इसके साथ ही बोर्ड ने अपने इस पूर्व संस्थाक को कंपनी के संचालन में कोई औपचारिक भूमिका देने की संभावना को खारिज किया है। देश की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी ने सीईओ सिक्का के इस्तीफे के बाद कड़े शब्दों में एक बयान जारी किया है। इसमें उसने सिक्का के प्रदर्शन का बचाव करते हुए कहा गया है कि उनके नेतृत्व में इन्फोसिस ने राजस्व में लाभदायक वृद्धि दर्ज की।
बोर्ड ने आरोप लगाया है कि नारायमूर्ति ने कंपनी में ‘कंपनी निदेशन के स्तर में गिरावट का आरोप लगाते हुए बोर्ड व प्रबंधन की निष्ठा पर हमला करते हुए पत्र लिखा और इस पत्र को अनेक मीडिया घरानों को जारी किया गया।’ बोर्ड के अनुसार नारायणमूर्ति के पत्र में ‘तथ्यात्मक त्रुटियां, पहले से ही खारिज की जा चुकीं अटकलें तथा बोर्ड के सदस्यों के साथ अपनी बातचीत से संदर्भ से हट कर प्रस्तुत बयानों के अंश भरे थे।’
बोर्ड का कहना है कि नारायणमूर्ति ने लगातार ऐसी ‘अनुचित मांगें’ रखीं जो कि मजबूत कंपनी संचालन व्यवस्था की उनकी घोषित मंशा के खिलाफ हैं। उल्लेखनीय है कि इंफोसिस के पहले गैर-संस्थापक मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) विशाल सिक्का ने इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने निदेशक मंडल और एनआर नारायणमूर्ति की अगुवाई में कंपनी के कुछ चर्चित संस्थापकों के साथ बढ़ती कटुता बढ़ने के बीच इस्तीफा दिया है। सिक्का ने कहा कि उन पर गलत, आधारहीन, दुर्भावनापूर्ण और व्यक्तिगत हमले किए गए।