श्रृंखला जीतने और वनडे में भी नंबर वन बनने उतरेगा भारत

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Sep 23, 2017

इंदौर। तेज और स्पिन के बेजोड़ संगम से बने अपने 'सुपर आक्रमण' के दम पर पहले दो मैचों में जीत दर्ज करके आत्मविश्वास से भरी भारतीय टीम अपने लिये भाग्यशाली रहे होलकर स्टेडियम में कल यहां आस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में श्रृंखला अपने नाम करने और आईसीसी रैंकिंग में फिर से नंबर एक पर काबिज होने के इरादे से मैदान पर उतरेगी। भारत ने चेन्नई में बारिश से प्रभावित पहले मैच में डकवर्थ लुईस पद्धति से 26 रन से जीत दर्ज की थी जबकि कोलकाता में दूसरे मैच में उसने अपने अपेक्षाकृत कम स्कोर का सफलतापूर्वक बचाव करके आस्ट्रेलिया को 50 रन से हराकर पांच मैचों की श्रृंखला में 2—0 की बढ़त हासिल की। अब भारत उस होलकर स्टे​डियम में उतरेगा जिस पर इससे पहले वह न कभी टास हारा है और ना ही मैच। मौसम जरूर भारत का मजा कुछ किरकिरा कर सकता है क्योंकि पिछले कुछ दिनों से देश के इस भाग में बारिश हो रही है और मौसम विभाग ने कल भी कुछ समय के लिये बारिश होने की संभावना जतायी है। अगर मौसम पर गौर नहीं किया जाए तो सारी परिस्थितियां भारत के अनुकूल बन रही हैं और उम्मीद है कि पूरी तरह से पेशेवर ढांचे में ढल चुकी उसकी टीम आत्मुग्धता से बचेगी क्योंकि आस्ट्रेलियाई वापसी करके श्रृंखला को जीवंत बनाये रखने के लिये कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।

भारत अगर वर्तमान श्रृंखला और होलकर स्टेडियम में अपना विजय अभियान बरकरार रखता है तो फिर वह आईसीसी की एकदिवसीय रैकिंग में भी नंबर एक पर पहुंच जाएगा। विराट कोहली की टीम अभी टेस्ट रैंकिंग में शीर्ष पर काबिज है लेकिन वनडे में वह दक्षिण अफ्रीका के बाद दूसरे स्थान पर है। इन दोनों टीमों के अभी समान 119 अंक हैं लेकिन दक्षिण अफ्रीकी टीम दशमलव में गणना में भारत से आगे है। भारत यदि कल का मैच जीत जाता है तो उसके 120 अंक हो जाएंगे लेकिन हार पर उसके 118 अंक ही रह जाएंगे। कोहली एंड कंपनी हालांकि पूरी कोशिश करेगी कि ऐसी कोई नौबत नहीं आये। विश्व क्रिकेट में पिछले कुछ वर्षों से अक्सर भारतीय बल्लेबाजी लाइनअप की चर्चा होती रही है जिसमें सदाबहार कोहली के अलावा वनडे में बड़ी पारियां खेलने में माहिर रोहित शर्मा और महेंद्र सिंह धोनी जैसा 'सुपर फिनिशर' शामिल है। लेकिन वर्तमान श्रृंखला में भारत के गेंदबाजों ने सभी का ध्यान अपनी तरफ खींचा है। भारत के पास पहली बार वनडे में इतना विविधतापूर्ण गेंदबाजी आक्रमण दिख रहा है जिसमें भुवेनश्वर कुमार अपनी स्विंग और तेजी से, जसप्रीत बुमराह अपनी यार्कर और बड़ी चालाकी से की गयी धीमी गेंदों से तो आलराउंडर हार्दिक पंड्या अपनी उछाल वाली गेंदों से आस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों की परीक्षा ले रहे हैं। स्टीव स्मिथ की टीम के लिये सबसे बड़ा सरदर्द कलाई के दो स्पिनर युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव बने हुए हैं। इन दोनों में भी विविधता है। चहल अगर विशुद्ध लेग स्पिनर हैं तो कुलदीप चाइनामैन गेंदबाज। ईडन गार्डन्स पर पिछले मैच में कुलदीप ने हैट्रिक लेकर आस्ट्रेलियाई मध्यक्रम की कमर तोड़ दी थी जिससे भारत अपने 252 रन के स्कोर का सफलतापूर्व बचाव करने में सफल रहा। आस्ट्रेलियाई बल्लेबाज अभी तक इन दोनों की बलखाती गेंदों का जवाब नहीं ढूंढ पाये हैं। चहल और कुलदीप ने पहले दो मैचों में पांच-पांच विकेट लिये हैं और होलकर स्टेडियम की पिच तैयार करने वाले क्यूरेटर की मानें तो यहां के विकेट से परंपरागत नहीं बल्कि कलाईयों के स्पिनरों को ही मदद मिलेगी। मतलब आस्ट्रेलिया को चेन्नई और कोलकाता के बाद इंदौर में भी राहत नहीं मिलेगी।

 

क्यूरेटर समंदर सिंह चौहान ने कहा, ‘‘यह बड़े स्कोर वाला मैच होगा। इसके साथ ही गेंदबाजों के लिये भी इसमें पर्याप्त मौके होंगे। पिच से परंपरागत स्पिनरों को ज्यादा टर्न मिलने की संभावना नहीं है लेकिन कलाई के स्पिनरों को जरूर टर्न मिलेगा। भारत के लिये यह अच्छा है कि उसके पास कलाई के दो स्पिनर हैं।’’ आस्ट्रेलिया की सबसे बड़ी परेशानी यह है कि उसके मुख्य बल्लेबाज डेविड वार्नर के बल्ले ने अब तक मौन धारण कर रखा है। इस धाकड़ बल्लेबाज ने पहले दो मैचों में केवल 26 रन बनाये हैं। आरोन फिंच के चोटिल होने के कारण उनके स्थान पर पारी का आगाज कर रहे हिल्टन कार्टराइट पूरी तरह से नाकाम रहे हैं। मध्यक्रम में केवल कप्तान स्टीव स्मिथ ही आत्मविश्वास से खेल पाये हैं जबकि ट्रेविस हेड, ग्लेन मैक्सवेल और मैथ्यू वेड के प्रदर्शन में निरंतरता नहीं है। आलराउंडर मार्कस स्टोइनिस ने जरूर उम्मीदें जगायी हैं और बाकी आस्ट्रेलियाई उनसे प्रेरणा लेने की कोशिश करेंगे। वैसे पूरी संभावना है कि आस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी लाइनअप में कल बदलाव होगा। आस्ट्रेलिया के गेंदबाजों ने अपेक्षाकृत अच्छा प्रदर्शन किया है। पिछले मैच में कोहली की 92 रन की पारी से भारत बड़े स्कोर की तरफ बढ़ रहा था लेकिन गेंदबाजों ने आस्ट्रेलिया को अच्छी वापसी दिलायी थी। नाथन कूल्टर नाइल और केन रिचर्डसन उम्मीदों पर खरे उतरे हैं लेकिन स्पिन विभाग आस्ट्रेलिया की चिंता बना है जिसमें एडम जंपा और एशटन एगर दोनों ही अब तक अपना प्रभाव नहीं छोड़ पाये हैं। भारत के लिये यह अच्छा रहा है कि अब तक उसके किसी न किसी बल्लेबाज ने अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभायी। पहले मैच में धोनी और पंड्या तो दूसरे मैच में कोहली और अंजिक्य रहाणे ने लेकिन मनीष पांडे को चौथे नंबर पर बड़ी पारी की दरकार है जबकि केदार जाधव को अति आत्मविश्वास से बचना होगा। जहां तक होलकर स्टेडियम का सवाल है तो यहां अब तक जो चार वनडे और एक टेस्ट मैच खेला गया उन सभी में भारत ने जीत दर्ज की।

 

टीम इस प्रकार हैं: भारत: विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा, अंजिक्य रहाणे, मनीष पांडे, केदार जाधव, महेंद्र सिंह धोनी, हार्दिक पंड्या, भुवनेश्वर कुमार, कुलदीप यादव, युजवेंद्र चहल, जसप्रीत बुमराह, लोकेश राहुल, उमेश यादव, मोहम्मद शमी और रविंद्र जडेजा में से। 

 

आस्ट्रेलिया: स्टीव स्मिथ (कप्तान), डेविड वार्नर, ट्रेविस हेड, ग्लेन मैक्सवेल, पीटर हैंड्सकांब, मार्कस स्टोइनिस, मैथ्यू वेड, पैट कमिन्स, एशटन एगर, नाथन कूल्टर नाइल, केन रिचर्डसन, हिल्टन कार्टराइट, आरोन फिंच, जेम्स फाकनर और एडम जंपा में से।

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