आज की भाग दौड़ भरी जिंदगी में मनुष्य का दिमाग कब उलझ जाए, पता नहीं चलता!
घर-परिवार हो, बिजनेस हो, अथवा समाज में रहने से सामने आने वाली समस्याएं हों, तमाम चीजों में दिमाग ही के सहारे तो हम चलते हैं। ऐसे में जब दिमाग ही उलझन और तनाव में रहेगा, तब अपने कार्य के परिणाम की हम सहज ही कल्पना कर सकते हैं
वस्तुतः दिमाग का सही निर्णय लेने के लिए रिलैक्स होना जरूरी होता है। कल्पना कीजिए, अगर आपका दिमाग ही सही निर्णय ना ले पाए तो क्या स्थिति होगी? ज़ाहिर तौर पर तमाम निर्णय गलत होंगे और गलत निर्णय से न केवल हमारी ज़िन्दगी असफल होने की ओर बढ़ेगी, वरन हमारा आत्मविश्वास भी बिखर जायेगा। इसके अलावा आप यह भी जान लीजिए कि दिमाग जब तनाव में रहता है तो कॉर्टिसोल नामक हार्मोन (Cortisol Hormone) की उत्पत्ति होती है, जो आपके दिमाग के लिए बेहद नुकसानदायक है। तो फिर दिमाग को किस प्रकार रिलैक्स किया जा सकता है?
आइए जानते हैं कुछ तरीके...
हर्बल चाय अथवा च्युइंग गम का करें इस्तेमाल
जी हां! अक्सर जब व्यक्ति तनाव में होता है, तो चाय की चुस्कियां लेता है। तमाम लोगों को आपने देखा भी होगा।
ऑफिस में भी जब कार्य का प्रेशर बढ़ता है तो लोग चाय पीते हैं, किंतु आप दूध वाली चाय की बजाय हर्बल चाय का प्रयोग करें। हर्बल चाय-ग्रीन टी पीने से इसमें मौजूद तत्व आपके शरीर में विषाक्त पदार्थों को दूर करते हैं और आपके दिमाग को तत्काल राहत पहुंचाते हैं।
वैसे अगर आप चाय नहीं पीते हैं तो फिर आप च्यूइंग गम का प्रयोग करें। इससे आपका कॉर्टिसोल हार्मोन का लेवल निश्चित रूप से कम होगा। हालांकि इसे बहुत अधिक देर तक नहीं चबाना चाहिए और कुछ मिनटों के बाद मुंह को रिलैक्स छोड़ना चाहिए।
स्ट्रैचिंग व मसाज
जी हां! अगर आपका दिमाग तनाव में है, तो मसाज आपको तत्काल राहत पहुंचा सकता है। इसी प्रकार से स्ट्रैचिंग भी आपको मदद कर सकती है। स्ट्रैचिंग आप कुर्सी पर या फिर बेड पर भी कर सकते हैं और इससे आपकी मसल्स को काफी राहत मिलती है।
योगा
जी हां! योगा ना केवल भारत में, बल्कि संपूर्ण विश्व में तन और मन को शांत- रिलैक्स रखने में मददगार साबित हो रहा है। अब तो तमाम कंपनियां कारपोरेट योगा के लिए विशेष ट्रेनर भी हायर कर रही हैं।
इसके लिए कोई आवश्यक नहीं है कि सुबह या शाम को ही आप योगा करें, बल्कि जब आप दिमाग को तुरंत रिस्क रिलैक्स करना चाहते हैं तो योगा का सहारा अवश्य लें। इसमें ध्यान, प्राणायाम इत्यादि पद्धतियों को शामिल कर सकते हैं।
एकांत में टहलें / धूप लें
जी हां! अगर आपको किसी एनवायरनमेंट से तनाव होता है, तो तत्काल पांच से 10 मिनट की वाक लें। यह वाक आप अकेले करें, तो ज्यादा बेहतर रहेगा। धूप भी इसमें आपकी काफी मदद करती है और आपके दिमाग को शांत रखती है।
जूस पीयें / डार्क चॉकलेट लें
जूस पीने से भी आपके दिमाग की तरंगें तत्काल रिलैक्स होती हैं। खासकर खट्टे फलों का, जिनमें मौसमी, संतरा, अनन्नास इत्यादि शामिल है, वह आपके दिमाग को तत्काल रिलेक्स करता है। इसी प्रकार डार्क चॉकलेट खाने से भी आपके तनावपूर्ण दिमाग में कार्टिसोल हार्मोन का लेवल कम होता है।
अपना म्यूजिक कलेक्शन सुनें
गानों की असीमित मौजूदगी में अपने लिए कुछ गाने अवश्य सेलेक्ट करें, जो आपको सुकून पहुंचाते हैं। तनाव के पलों में आंख बंद करके कुछ मिनट उन गानों को सुनने से आपका तनाव तुरंत रफूचक्कर हो जाएगा।
सच कहा जाए तो दिमाग से ही हमारा पूरा शरीर और हमारा व्यवहार नियंत्रित होता है, इसलिए दिमाग को अत्यधिक उलझन वाली परिस्थितियों में डालने से आपको अवश्य ही बचना चाहिए और उपरोक्त रिलैक्सेशन के उपायों को आजमाना चाहिए।
- मिथिलेश कुमार सिंह