By अभिनय आकाश | Apr 17, 2024
महायुति को बिना शर्त समर्थन देने के राज ठाकरे के आदेश के बाद दापोली और गुहागर विधानसभा क्षेत्रों में मनसे पदाधिकारी और कार्यकर्ता परेशान हैं। कार्यकर्ता पूछ रहे हैं कि मनसे पार्टी को खत्म करने की कसम खाने वालों के साथ कैसे प्रचार करें, जिन्होंने हमें जेल में रखा महीनों तक कोंकण में एमएनएस पार्टी को तोड़ने वाले कौन हैं? गुड़ी पड़वा के दिन मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने महायुति को बिना शर्त समर्थन देने का ऐलान किया। हालांकि राज ठाकरे के इस आदेश से कोंकण में एमएनएस पदाधिकारी और कार्यकर्ता काफी नाराज हो गए हैं।
बैठकें हो रही हैं, जिन्होंने मनसे पदाधिकारियों को अयोग्य ठहराया, झूठे मामले दायर किए, उन्हें कई महीनों तक जेल में रखा, अपनी शक्ति का दुरुपयोग किया और मनसे के निर्वाचित प्रतिनिधियों को तोड़ा। वैभव खेडेकर ने कहा है कि वह राज ठाकरे से व्यक्तिगत तौर पर मुलाकात कर महागठबंधन के नेताओं के साथ नरेंद्र मोदी के लिए प्रचार कैसे करें, इस मुद्दे पर मनसे पदाधिकारियों की पीड़ा पर चर्चा करेंगे। कोंकण में शिवसेना शुरू से ही मनसे की राजनीतिक दुश्मन रही है।
शिवसेना नेता रामदास कदम और मनसे के प्रदेश महासचिव और खेड़ नगर पालिका के पूर्व मेयर वैभव खेडेकर कट्टर राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी हैं। अब लोकसभा चुनाव की पृष्ठभूमि में राज ठाकरे ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपनी उम्मीदें जताते हुए बिना शर्त समर्थन दिया और कार्यकर्ताओं को भी ऐसा करने का आदेश दिया। लेकिन चूंकि स्थानीय स्तर पर राजनीति अलग है, इसलिए मनसे के प्रति वफादार रहे कार्यकर्ता इससे नाराज हैं। मनसे महासचिव वैभव खेडेकर ने सीधे तौर पर रामदास कदम पर निशाना साधा है और सवाल उठाया है कि इन शिवसेना नेताओं के साथ महागठबंधन में प्रचार कैसे किया जाए।