By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jul 27, 2022
मुंबई, 27 जुलाई। यूरोपीय बाजारों के सकारात्मक रुख के बीच स्थानीय शेयर बाजारों के दोनों प्रमुख सूचकांकों में बुधवार को करीब एक प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई। आईटी और बैंकिंग शेयरों की खरीदारी से बाजार को समर्थन मिला और दो दिन से जारी गिरावट थम गयी। बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित मानक सूचकांक सेंसेक्स 547.83 अंक यानी 0.99 प्रतिशत की छलांग लगाते हुए 55,816.32 अंक पर पहुंच गया। कारोबार के दौरान एक समय इसने 584.6 अंक तक की बढ़त भी हासिल कर ली थी।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी भी 157.95 अंक यानी 0.96 प्रतिशत की बढ़त के साथ 16,641.80 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में सन फार्मा ने सर्वाधिक 3.39 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की। एसबीआई, लार्सन एंड टुब्रो, एशियन पेंट्स, टीसीएस, अल्ट्राटेक सीमेंट, बजाज फाइनेंस और इंडसइंड बैंक के शेयर भी लाभ में रहे।
दूसरी तरफ भारती एयरटेल, कोटक महिंद्रा बैंक, एनटीपीसी, बजाज फिनसर्व और रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों को 1.32 प्रतिशत तक का नुकसान झेलना पड़ा। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व की बैठक के नतीजों पर भारतीय बाजार प्रतिक्रिया देंगे। पिछले डेढ़ महीने से हम तेजी के दौर में हैं और यह मानकर चल रहे हैं कि ब्याज दर में वृद्धि के पिछले असर को आत्मसात कर लिया गया है।
हालांकि, बाजार ने मंदी की आशंका को अभी आत्मसात नहीं किया है क्योंकि मूल्यांकन अब भी दीर्घकालिक रुझान से थोड़ा अधिक ही है। मंदी का जोखिम कम होने तक मूल्यवान खरीदारी ही निवेश का सार होना चाहिए।’’ मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के खुदरा शोध प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा, ’’एशियन पेंट्स, लार्सन एंड टुब्रो, मारुति सुजुकी और टाटा स्टील जैसी बड़ी कंपनियों के बढ़िया नतीजों ने निवेशकों का भरोसा बढ़ाने का काम किया है।
अब फेडरल रिजर्व के फैसले पर नजरें रहेंगी।’’ व्यापक बाजार में बीएसई मिडकैप 0.90 प्रतिशत तक उछल गया जबकि स्मॉलकैप में 0.38 प्रतिशत की बढ़त देखी गई। एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और जापान का निक्की लाभ में रहे जबकि चीन के शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग के हैंगसेंग में गिरावट आई। यूरोप के बाजार दोपहर के सत्र में काफी हद तक सकारात्मक कारोबार करते हुए दिखाई दिए। अमेरिकी बाजार मंगलवार को गिरावट के साथ बंद हुए थे।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के खुदरा शोध प्रमुख दीपक जसानी ने कहा, ‘‘अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक के ऐन पहले निफ्टी ने दो दिनों से जारी गिरावट का सिलसिला तोड़ दिया। इस दौरान निफ्टी एशियाई क्षेत्रों में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले सूचकांकों में से एक रहा।’’ निवेशकों का अनुमान है कि फेडरल रिजर्व नीतिगत ब्याज दर में 0.75 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी कर सकता है। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.53 प्रतिशत बढ़कर 105 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। विदेशी संस्थागत निवेशकों ने फिर से भारतीय बाजार से निकासी शुरू कर दी है। उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी निवेशकों ने मंगलवार को 1,548.29 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।