चौहान ने कहा की केरल अत्यंत महान और प्राचीन प्रदेश है। यह ज्ञान की भूमि है, यह आदिगुरु शंकराचार्य जी की भूमि है, यह नारायण गुरु जी की भूमि है, यह राजा महाबलि जी की भूमि है, लेकिन कम्युनिस्ट पार्टी हमारी परंपराओं एवं संस्कृति को नष्ट करने पर तुली है। सबरीमाला मंदिर में भगवान् अयप्पा के श्रद्धालुओं पर एलडीएफ सरकार ने जिस प्रकार का जुर्म किया, वह अत्यंत ही निंदनीय है। जिन्होने हमारी आस्था पर चोट की है, हमारी संस्कृति पर हमला किया है, इस चुनाव में उन्हें सबक सिखाएं। उन्होंने कहा की भाजपा की सरकार बनने पर ऐसा होगा केरल –
K – Knowledgeable Kerala ज्ञानवर्धक, भाजपा की सरकार केरल के ज्ञान को नई पहचान दिलाएगी,
E - Energetic Kerala ऊर्जावान,यहां की ऊर्जा का उपयोग देश के कल्याण में किया जाएगा, R - Responsible Kerala भाजपा की सरकार बनने पर देश के विकास में केरल का उत्तरदायित्व बढ़ेगा, A - Able Kerala (केरल के युवाओं की योग्यता का महत्त्व बढ़ेगा, योग्यता सदुपयोग होगा, L - Large-hearted Kerala केरल बड़े दिल वाला होगा यहां हिंसा नहीं विकास होगा, शांन्ति,समृद्धि होगी, प्रेम और सद्भाव होगा, A – Aatmnirbhar Kerala आत्मनिर्भर भारत की दिशा में केरल भी आत्मनिर्भर बनेगा। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा की हमारा दृढ़ संकल्प है ईश्वर के प्रदेश केरल को प्रेम, शांति और सदभाव का प्रदेश बनाना है, आत्मनिर्भर केरल की स्थापना करनी है। देश नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में आगे बढ़ रहा है, हम केरल के समग्र विकास के लिए संकल्पित हैं, भाजपा की सरकार सबका साथ सबका विकास के मंत्र को लेकर जनकल्याण के कार्य में विश्वास करती है, उन्होंने कहा की केरल के विकास के लिए, केरल की समृद्धि के लिए, और केरल की जनता के कल्याण के लिए भाजपा को विजयी बनाएं जिससे केरल भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व और भाजपा की सरकार में देश के साथ कदम मिलाकर आत्मनिर्भरता की और गतिशील हो सके, भाजपा की सरकार केरल की संस्कृति और विरासत का संरक्षण और संवर्धन करेगी।