By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Oct 26, 2022
न्यूजीलैंड के इतिहास में पहली बार महिला सांसदों की संख्या पुरुष सांसदों से अधिक हो गई है। उदारवादी ‘लेबर पार्टी’ की नेता सोराया पेके मैसन ने मंगलवार को संसद की सदस्य के तौर पर शपथ ग्रहण की। उन्होंने संसद में पूर्व स्पीकर ट्रेवर मलार्ड का स्थान लिया। मलार्ड को आयरलैंड का राजदूत नियुक्त किया गया है। एक अन्य पुरुष सांसद के इस्तीफे के कारण संसद में महिलाओं की संख्या 60 और पुरुषों की संख्या 59 हो गई है।
पेके मैसन ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह मेरे लिए बेहद खास दिन है। मुझे लगता है कि यह न्यूजीलैंड के लिए एक ऐतिहासिक दिन है।’’ अंतर-संसदीय संघ के अनुसार, यह महत्वपूर्ण उपलब्धि न्यूजीलैंड को दुनिया के उन आधा दर्जन देशों की सूची में शामिल करती है, जो इस वर्ष अपनी संसदों में महिलाओं के कम से कम 50 प्रतिशत प्रतिनिधित्व हासिल करने का दावा कर सकते हैं। ऐसा अन्य देशों में क्यूबा, मैक्सिको, निकारागुआ, रवांडा और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) शामिल हैं। संघ के मुताबिक, वैश्विक स्तर पर 26 प्रतिशत सांसद महिलाएं हैं। न्यूलीजैंड में महिलाओं के मजबूत प्रतिनिधित्व का इतिहास रहा है। न्यूजीलैंड 1893 में महिलाओं को मतदान का अधिकार देने वाला पहला देश बना था।
मौजूदा प्रधानमंत्री जैसिंडा अर्डर्न देश की तीसरी महिला प्रधानमंत्री हैं। इसके अलावा, प्रधान न्यायाधीश और गवर्नर जनरल समेत देश के कई अन्य शीर्ष पदों पर महिलाएं काबिज हैं। ‘नेशनल पार्टी’ की उप नेता निकोला विलिस ने कहा, ‘‘मैं वास्तव में इस बात से खुश हूं कि मेरी बेटियां ऐसे देश में बड़ी हो रही हैं, जहां सार्वजनिक जीवन में महिलाओं का बराबर का प्रतिनिधित्व है।’’ वहीं, अर्डर्न ने कहा कि कई देशों में महिलाओं की स्थिति को लेकर अनिश्चितता है। उन्होंने कहा, ‘‘हम जैसे-जैसे आगे बढ़ रहे हैं, ऐसा लगता है कि हम कई महिलाओं को प्रगति के मामले में तेजी से पीछे की ओर खिसकते देख रहे हैं।