2018 के अंत में मध्य प्रदेश और राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में राजनीतिक दांव पेंच अपने जोड़ो पर है। पर इन दो राज्यों के चुनाव एक परिवार के लिए नाक का भी सवाल है और वह परिवार है ग्वालियर का सिंधिया परिवार। इस परिवार से आने वाले तीन वरिष्ठ नेताओं की किस्मत दांव पर है और वह नेता है राजस्थान की CM वसुंधरा राजे सिंधिया, यशोधरा राजे सिंधिया और माधवराव सिंधिया के पुत्र ज्योतिरादित्य सिंधिया। वसुंधरा राजे सिंधिया और यशोधरा राजे जहां भाजपा में है वही ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस में।
राजस्थान में वसुंधरा राजे सिंधिया दूसरी दफा CM का अपना कार्यकाल पूरा कर रही हैं और इन्ही के नेतृत्व में आगामी चुनाव में भाजपा उतर भी रही है। ऐसे में वसुंधरा के ऊपर अपनी पार्टी को जीत दिलाने के साथ साथ अपना राजनीतिक वर्चस्व को बनाए रखने की चुनौती है। राजस्थान में हुए पिछले उपचुनावों में वसुंधरा को बड़ा झटका लगा है। सी-वोटर का भी सर्वे वसुंधरा के पक्ष में नहीं है। अत: वसुंधरा के लिए यह चुनाव आसान नहीं रहने वाला है।
अगर बात यशोधरा राजे सिंधिया की करे तो फिलहाल शिवराज सरकार में वरिष्ठ मंत्री हैं और शिवपुरी क्षेत्र की प्रभारी मंत्री भी हैं। यशोधरा राजे सिंधिया का भाजपा संगठन में भी बड़ी पकड़ है। वह ग्वालियर से सांसद भी रह चुकी हैं।
माधवराव सिंधिया के पुत्र ज्योतिरादित्य सिंधिया की बात करे तो वह 2002 से गुना से सांसद हैं और मनमोहन सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस के बड़े नेता हैं और राहुल गांधी के करीबी भी है। फिलहाल मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रचार समिति के अध्यक्ष हैं और MP चुनाव कांग्रेस का बेड़ा पार कराना इन्ही के ऊपर है।