By एकता | Jun 25, 2023
इस्लाम धर्म में दो तरह की ईद मनाई जाती है। हाल ही में, 22 अप्रैल को ईद उल-फितर, जिसे मीठी ईद कहा जाता है, मनाई गयी थी। अब आने वाले कुछ दिनों में मुस्लिम समुदाय ईद उल-अजहा मनाएंगे। ईद उल-अजहा, हज यात्रा की समाप्ति पर मनाई जाती है। इस दिन मुसलमान बकरे की कुर्बानी देते हैं, इसलिए इसे बड़ी ईद या बकरीद के नाम से भी जाना जाता है। ईद उल-अजहा 28 या 29 जून को मनाई जाएगी, जिसमें ज्यादा समय बचा नहीं है। ऐसे में ईद पर मेहमानों का स्वागत करने के लिए लोगों को अपने घरों को सजाना शुरू कर देना चाहिए। सजे हुए घर ईद के खास दिन की रौनक बढ़ा देते हैं। चलिए हम आपको घर की सजावट करने के कुछ टिप्स बता देते हैं, जो आपके त्यौहार को ख़ास और यादगार बना देंगे।
ईद उल-अजहा, खुशी और उत्साह का त्योहार है, इसलिए घरों की सजावट में ख़ुशी देने वाले रंगों का इस्तेमाल करें। गहरे लाल, सुनहरे पीले, पन्ना हरे और शाही नीले जैसे रंगघर में खुशी का माहौल बनाएंगे। घर में आने वाले मेहमानों के चेहरे इन्हें देखते ही खिल उठेंगे। सोफे के कवर, बेडशीट, कपड़ों, कुशनों और टेबल सेटिंग्स में इन रंगों का इस्तेमाल किया जा सकता है।
ईद उल-अजहा, एक बड़ा ही खास त्यौहार है, इसलिए इसके लिए घर सजाते समय पारंपरिक चीजों का इस्तेमाल जरूर करें। ये पारंपरिक चीजों आपको और मेहमानों को इस्लामी संस्कृति से जुड़ा हुआ महसूस करवाएंगी। ईद पर घर की सजावट में लालटेन को शामिल करें। ये लालटेन, जिन्हें 'फ़ानूस' के नाम से जाना जाता है, आपके घर की शोभा बढ़ाएंगी। इसके अलावा आप अपने घरों में इस्लामी सुलेख कला को भी लगा सकते हैं।
ईद उल-अजहा पर भव्य दावत की मेजबानी की जाती है। दावत, ईद का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और इसके बिना ये त्योहार अधूरा माना जाता है। इसलिए मेहमानों के लिए दावत की मेजबानी कर रहे हैं तो डाइनिंग एरिया पर सबसे ज्यादा फोकस करें। जहाँ बैठकर आप अपने मेहमानों के साथ खाना खाने वाले हैं वो जगह साफ़ सुथरी और अच्छे से सजी हुई होनी चाहिए। डाइनिंग एरिया को सजाने के लिए मोमबत्तियों का इस्तेमाल करें। वहीं दावत के समय इसे साफ़ रखने के लिए टेबल पर नैपकिन जैसी चीजें रखना न भूलें।
इत्र, इस्लाम का एक अहम हिस्सा है। इसलिए ईद उल-अजहा के मौके पर घरों को महकाने के लिए इनका इस्तेमाल जरूर करें। इत्र की खुशबु घरों के साथ-साथ मेहमानों के दिल को खुशियों से महका देगा। घर की सजावट में इत्र का इस्तेमाल करते समय ध्यान रखें कि आप गुलाब, चमेली या चंदन जैसी सुखद खुशबु का उपयोग करें। तेज महक वाले इत्र मेहमानों के मूड को खराब कर सकते हैं।