By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | May 14, 2016
वाशिंगटन। अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की प्रमुख कांग्रेस समितियों के नौ अध्यक्षों द्वारा रिपब्लिकन पार्टी के संभावित उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप का समर्थन किए जाने से ऐसा संकेत मिला है कि पार्टी धीरे-धीरे उनके समर्थन में आ रही है। नौ समितियों के अध्यक्षों ने एक संयुक्त बयान में कहा, ‘‘हम हमारे जीवनकाल के सबसे अहम चुनावों के खतरनाक मोड़ पर खड़े हैं। यह महान देश इस बात को नहीं झेल सकता कि व्हाइट हाउस में और आठ साल तक किसी डेमोक्रेट का नियंत्रण बना रहे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह देश डेमोक्रेट्स को कांग्रेस का प्रभार सौंपने का जोखिम नहीं ले सकता है। यह बेहद जरूरी है कि हम रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड जे ट्रंप के समर्थन में एकजुट हो जाएं और अमेरिकी प्रतिनिधि सभा और अमेरिकी सीनेट पर नियंत्रण बरकरार रखें।’’ इन नौ अध्यक्षों के नाम हैं- स्टीव कैबट (लघु उद्योग), माइकल कोनावे (कृषि), जेब हेंसार्लिंग (वित्तीय सेवाएं), कैंडिस मिलर (सदन प्रशासन), जेफ मिलर (वरिष्ठ मामले), टॉम प्राइस (बजट), पेटे सेशन्स (नियम), बिल शस्टर (परिवहन एवं अवसंरचना) और लैमर स्मिथ (विज्ञान, अंतरिक्ष एवं प्रौद्योगिकी)।
इन अध्यक्षों ने कहा, ‘‘कोई अन्य परिणाम आर्थिक विकास के लिए खतरा हो सकता है, इससे हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा खतरे में पड़ सकता है, ओबामाकेयर को देश के नियम के रूप में स्थापित किया जा सकता है, अमेरिकी लोगों को गरीबी और निर्भरता के चक्र में फंसा सकता है और हमारे संवैधानिक गणतंत्र को कमजोर कर सकता है।’’ ट्रंप ने एक बयान में कहा कि अमेरिका की समस्याओं को हल करने के लिए और देश को पहले से बेहतर एवं मजबूत बनाने के लिए सदन में रिपब्लिकनों का बहुमत जरूरी है। कुल मिलाकर सदन की 20 समितियां हैं। इसी बीच ट्रंप ने कहा है कि उन्होंने अपने प्रचार अभियान के लिए जो 5 करोड़ डॉलर ऋण के रूप में लिए हैं, उनका इरादा उन्हें वापस लौटाने का नहीं है।