By अभिनय आकाश | Sep 09, 2024
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) आज रामेश्वरम कैफे विस्फोट मामले में आरोप पत्र दाखिल करने वाली है। आरोप पत्र बेंगलुरु की विशेष एनआईए अदालत में दाखिल किया जाएगा। सूत्र बताते हैं कि धमाके की साजिश विदेश से रची गई थी। एनआईए द्वारा साजिश में शामिल पांच व्यक्तियों के खिलाफ आरोप दायर करने की उम्मीद है। बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे में विस्फोट के पीछे के मास्टरमाइंड अब्दुल मथीन ताहा और 1 मार्च को कैफे में बम रखने वाले मुसाविर हुसैन शाजिब को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने शुक्रवार को कोलकाता के पास उनके ठिकाने से गिरफ्तार कर लिया।
माना जाता है कि ताहा भारत में इस्लामिक स्टेट आतंकवादी समूह की "उच्च मूल्य वाली संपत्तियों" में से एक है। एनआईए की जांच से पता चला कि ताहा विस्फोट के संचालक के सीधे संपर्क में था, जिसे 'कर्नल' कोडनेम से जाना जाता है। एनआईए के आगे के निष्कर्षों से पता चला कि शोएब मिर्जा, जो लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) मामले में शामिल होने के लिए सजा काटने के बाद जेल से रिहा हुआ था, आतंकवादी गतिविधियों में फिर से शामिल हो गया और कैफे विस्फोट की साजिश में शामिल हो गया।
2018 में शोएब मिर्जा ने अब्दुल मतीन ताहा से दोस्ती की और उसे विदेश स्थित एक ऑनलाइन हैंडलर से मिलवाया। मिर्जा ने हैंडलर और ताहा के बीच संचार के लिए एक एन्क्रिप्टेड ईमेल आईडी भी प्रदान की। शोएब मिर्जा को 12 अप्रैल को सह-अभियुक्त मुसाविर हुसैन शाजिब और अब्दुल मतीन ताहा के साथ कोलकाता में उसके ठिकाने से गिरफ्तार किया गया था।