By अभिनय आकाश | Sep 04, 2022
एक तरफ जहां दिल्ली के रामलीला मैदान में कांग्रेस की तरफ से महंगाई के खिलाफ बड़ी रैली का आयोजन किया गया है। जिसमें कांग्रेस नेता मोदी सरकार के खिलाफ जमकर निशाना साध रहे हैं। वहीं 684 किलोमीटर की दूरी पर कांग्रेस से नाता तोड़ने के बाद पूर्व सांसद गुलाम नबी आजाद रविवार को अपने गृह राज्य जम्मू-कश्मीर में अपनी पार्टी की पहली इकाई स्थापित करके अपने राजनीतिक जीवन में एक नया अध्याय शुरू करने के लिए तैयार नजर आ रहे हैं। 73 वर्षीय आजाद सुबह 11 बजे जम्मू हवाईअड्डे पहुंचे, जहां उनके समर्थकों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।
इसके बाद पूर्व कांग्रेस नेता सैनिक फार्म गए जहां उन्होंने एक जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि मेरा दिल जम्मू कश्मीर के लिए धड़कता है। कांग्रेस कंप्यूटर से नहीं बल्कि खून पसीने से बनी थी। गुलाम नबी आजाद ने जम्मू में एक जनसभा में कहा, "कांग्रेस के लोग अब बसों में जेल जाते हैं, वे डीजीपी, कमिश्नरों को बुलाते हैं, अपना नाम लिखवाते हैं और एक घंटे के भीतर चले जाते हैं। यही कारण है कि कांग्रेस विकसित नहीं हो पाई है। रैली में करीब 20 हजार लोग शामिल हो रहे हैं। संभावना है कि वह वहां से अपनी राष्ट्रीय स्तर की पार्टी की घोषणा करेंगे। 26 अगस्त को कांग्रेस में करीब पांच दशक गुजारने वाले आजाद ने पार्टी से किनारा कर लिया। पार्टी छोड़ने के बाद उन्होंने राहुल गांधी पर जारदार हमला बोला है। आजाद ने कहा कि पार्टी छोड़ने पर मुझे घरवालों ने मजबूर किया। उन्होंने कहा कि जहां घरवालों को लगे कि यह आदमी नहीं चाहिए तो अकलमंदी खुद घर छोड़ने में है।
आजाद के इस्तीफे के बाद से कांग्रेस के पूर्व मंत्रियों और विधायकों सहित पार्टी के एक दर्जन से अधिक प्रमुख नेताओं के अलावा सैकड़ों पंचायती राज संस्थान (पीआरआई) के सदस्य, नगर निगम के नगरसेवक और जिला और ब्लॉक स्तर के नेता पहले ही जम्मू-कश्मीर इकाई को छोड़ चुके हैं। कांग्रेस को एक और झटका देते हुए, जम्मू-कश्मीर के पूर्व विधायक अशोक शर्मा ने शनिवार को पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखा और संगठन से इस्तीफा दे दिया। उम्मीद है कि वह भी गुलाम नबी आजाद खेमे में शामिल होंगे।