By रेनू तिवारी | Sep 11, 2024
पटरी से ट्रेन को उतारने की कोशिश करने की घटनाओं की एक श्रृंखला में, महाराष्ट्र के सोलापुर में रेलवे ट्रैक पर एक बड़ा सीमेंट ब्लॉक रखकर मालगाड़ी को पटरी से उतारने की एक और कोशिश की गई। जानकारी के अनुसार, जिले के कुर्दवाड़ी स्टेशन से करीब एक किलोमीटर दूर सीमेंट ब्लॉक को ट्रैक पर रखा गया था। लोको पायलट की सतर्कता के कारण संभावित दुर्घटना टल गई। घटना के बाद, रेलवे के वरिष्ठ सेक्शन इंजीनियर ने स्थानीय पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है और आगे की जांच जारी है।
विवरण के अनुसार, बदमाशों ने शाम 7:50 से 8:30 बजे के बीच ट्रैक पर ब्लॉक रखा था। ट्रैक पर काम कर रही मेंटेनेंस टीम ने सबसे पहले सीमेंट ब्लॉक को देखा और तुरंत रेलवे अधिकारियों को सूचित किया। कुर्दवाड़ी सरकारी रेलवे पुलिस (जीआरपी) ने मामले की जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों ने कहा कि जहां ब्लॉक रखा गया था, उसके आसपास कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं था। घटना के बाद जीआरपी ने रेलवे प्रशासन से ट्रैक के दोनों ओर बाड़ लगाने और सुरक्षा बढ़ाने के लिए रेलवे स्टेशन पर लंबी दूरी के सीसीटीवी कैमरे लगाने का आग्रह किया है।
अजमेर में मालगाड़ी को पटरी से उतारने का प्रयास
यह घटना राजस्थान के अजमेर जिले में पश्चिमी डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर की पटरियों पर दो सीमेंट ब्लॉक रखकर मालगाड़ी को पटरी से उतारने के प्रयास के कुछ दिनों बाद हुई है। अधिकारियों ने बताया कि रविवार रात को मालगाड़ी सराधना और बांगड़ स्टेशनों के बीच ब्लॉक से टकराई थी, लेकिन कोई अप्रिय घटना नहीं हुई। डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर कॉरपोरेशन (डीएफसीसी) के एक अधिकारी ने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया है और मामले की जांच की जा रही है।
कालिंदी एक्सप्रेस को पटरी से उतारने का प्रयास
इससे पहले सोमवार को कानपुर में भी भिवानी-प्रयागराज कालिंदी एक्सप्रेस को पटरी से उतारने का प्रयास किया गया था। इसमें एलपीजी सिलेंडर, पेट्रोल की बोतल और माचिस रखी गई थी। इससे पहले राजस्थान के पाली जिले में अहमदाबाद-जोधपुर वंदे भारत एक्सप्रेस को पटरी से उतारने की कोशिश की गई थी।
आईएसआईएस खुरासान मॉड्यूल की संलिप्तता संदिग्ध
कालिंदी एक्सप्रेस को पटरी से उतारने की कोशिश के ताजा घटनाक्रम में, उत्तर प्रदेश के कानपुर में ट्रेन को पलटने की साजिश की शुरुआती जांच से आतंकी संबंधों के सबूत सामने आए हैं। कई जांच एजेंसियों के नेतृत्व में की गई जांच से पता चलता है कि ट्रेन को पलटने की साजिश रचने वाला व्यक्ति एक 'स्व-कट्टरपंथी' व्यक्ति था, जिसके आईएसआईएस के खुरासान मॉड्यूल से संभावित संबंध थे।
इसके अलावा, जांच एजेंसियों ने कानपुर ट्रेन को पटरी से उतारने की कोशिश के सिलसिले में 219 कैमरों से फुटेज एकत्र की है और 100 से अधिक व्यक्तियों से पूछताछ की है। कम से कम 12 लोग फिलहाल हिरासत में हैं और उनसे पूछताछ की जा रही है। कानपुर पुलिस ने सिलेंडर की डिलीवरी का पता लगाने के लिए उसके सीरियल नंबर का इस्तेमाल कर तीन गैस सिलेंडर एजेंसियों से भी पूछताछ की है।