By अंकित सिंह | Sep 26, 2024
जम्मू-कश्मीर के कठुआ में चुनावी प्रचार के दौरान अमित शाह ने आज ऐलानों की झड़ी लगा दी। अमित शाह ने ऐलान करते हुए कहा कि हम किसानों के लिए बिजली की लागत 50% कम करेंगे, जम्मू में एक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा मेट्रो रेल का निर्माण करें और हर साल 100 मंदिरों की मरम्मत करें जिन्हें आतंकवादियों ने तोड़ दिया था। उन्होंने आगे कहा कि हम तवी रिवरफ्रंट का भी निर्माण करेंगे और रणजीत सागर बांध में जल क्रीड़ाएं लाएंगे। हमने पात्र लाभार्थियों को 5 लाख सरकारी नौकरियां और 5 मरला (माप की स्थानीय इकाई) जमीन देने का फैसला किया है।
वहीं, शाह ने जसरोटा में कहा कि आतंकवाद जाने के कारण जम्मू-कश्मीर में 55 प्रतिशत रिकॉर्ड मतदान हुआ है। उन्होंने कहा कि फारूक साहब, अब वो दिन लद गए, जब 8 हजार वोट मिलने से लोकसभा में जाते थे। अब जम्मू-कश्मीर में लोकतंत्र मजबूत हो गया है। उन्होंन आरोप लगाया कि एनसी और कांग्रेस ने सालों तक जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को संरक्षण देने का काम किया। 40-40 साल तक आतंकवाद को ताकत देते रहे, जम्मू-कश्मीर के 40 हजार युवा शहीद हो गए, लेकिन इनको कोई परवाह नहीं। फारूक साहब, कांग्रेस और एनसी के शासन में ही आतंकवाद सबसे ज्यादा बढ़ा।
भाजपा नेता ने साफ तौर पर कहा कि एनसी का एजेंडा है- धारा 370 को वापस लाना। अरे, उमर अब्दुल्ला कान खोलकर सुन लो... आपकी तीसरी पीढ़ी भी आएगी तो धारा 370 अब वापस नहीं आ सकती। उन्होंने दम भरते हुए कहा कि अब्दुल्ला साहब और राहुल बाबा कान खोलकर सुन लो... ये नरेन्द्र मोदी सरकार है, आतंकवाद को हम पाताल तक दफना कर रहेंगे। मैं आज जसरोटा की वीर भूमि पर कहकर जाता हूं कि हम जब तक आतंकवाद चालू है हम पाकिस्तान को गोली का जवाब गोले से देने का काम करेंगे।
शाह ने कहा कि आपके जमाने में 10-10 प्रतिशत वोटिंग होती थी, हमारे जमाने में 50 से 65 प्रतिशत वोटिंग हो रही है। ये बताता है कि जम्मू-कश्मीर में लोकतंत्र मजबूत हुआ है। उन्होंने दावा किया कि एनसी, कांग्रेस और पीडीपी ने सालों तक जम्मू-कश्मीर को विकास से महरुम रखा, आतंकवाद से पीड़ित रखा। भाजपा ने आतंकवाद को समाप्त कर विकास के नए रास्ते खोले हैं।