By अभिनय आकाश | Dec 18, 2024
सांप को दूध पिलाने से वो डसना नहीं छोड़ेगा। भारत और बांग्लादेश के रिश्ते में आई तल्खी अब व्यापार में भी दिखने लगी है। बांग्लादेश में लगातार बिगड़ते हालात और हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार व मंदिरों पर हमले ने बारत के व्यापारियों को कड़ा फैसला लेने पर मजबूर कर दिया। भारत ने बांग्लादेश को साफ संदेश देते हुए 24 घंटे का अल्टीमेटम जारी किया है और 90 प्रतिशत सामानों की सप्लाई रोक दी है। बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समुदाय पर बढ़ते हमले, आर्थिक अस्थिरता और राजनीतिक उथल पुथल अब पूरे क्षेत्र के लिए खतरा बनता जा रहा है। जहां एक तरफ भारतीय व्यापारी अपने नुकसान का जोखिम उठाकर बांग्लादेश को झटका दे रहे हैं। वहीं अमेरिका भी इस मुद्दे पर कड़ा रुख अपना रहा है। बांग्लादेश के हालातों को देखते हुए भारत के व्यापारियों ने एक बड़ा फैसला किया है।
भारत बांग्लादेश को ऑटोस्पेयर पार्ट्स का सबसे बड़ा सप्लायर है। 90 प्रतिशत से ज्यादा पार्ट्स भारत से जाते हैं। भारत के व्यापारियों ने कहा कि हिंदुओं पर हो रहे हमले और मंदिरों के तोड़फोड़ के विरोध में ये सप्लाई बंद की जा रही है। तो वहीं सब्जियों का एक्सपोर्ट रोकने की तैयारी भी है। पश्चिमी बंगाल के व्यापारियों ने 24 घंटे तक बांग्लादेश को सब्जियों की सप्लाई रोक दी है। व्यापारियों ने चेतावनी दी है कि हालात नहीं सुधरे तो पांच दिनों तक आलू, प्याज और और अन्य सब्जियों की सप्लाई रोक दी जाएगी। असम और त्रिपुरा ने बांग्लादेश के साथ अपने व्यापार को पूरी तरह से बंद कर दिया। त्रिपुरा के प्राइवेट अस्पतालों ने भी बांग्लादेश के मरीजों का इलाज करना बंद कर दिया। होटलों में भी बांग्लादेशी नागरिकों की एंट्री पर रोक लगा दी है।
दरअसल, भारतीय व्यापारियों ने इस कड़े फैसले के पीछे तीन बड़े कारण बताए हैं। पहला पेमेंट का खतरा है। बांग्लादेश की आर्थिक हालत बेहद खराब है। फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट आर्गनाजेशन यानी एफआईईओ के अनुसार व्यापारियों को डर है कि बांग्लादेश से पेमेंट आने की कोई गारंटी नहीं है। भारतीय रिजर्व बैंक ने भी इस पर चिंता जताई है क्योंकि पेमेंट नहीं आती है तो फेमा कानून लागू होगा और व्यापारियों पर भी शक होगा। हिंदुओं पर होते अत्याचार भी एक वजह है। जिस तरह से बांग्लादेश में मंदिरों में तोड़फोड़, पुजारियों की गिरफ्तारी और हिंदुओं को निशाना बनाने की घटना के चलते व्यापारियों ने ये कदम उठाए। इसके अलावा बांग्लादेश की गिरती अर्थव्यवस्था भी एक वजह है, जिसका अनुमान मूडीज ने अपनी रेटिंग में लगाया है।