लखनऊ। समाजवादी पार्टी ने आरोप लगाया कि भाजपा ने राजनीतिक फायदे के लिए संभल की घटना कराई है। 17 दिसंबर को विधानसभा में अपने संबोधन में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने सरकार से कहा कि प्रदेश को सांप्रदायिकता की आग में जाने से बचाइये। इससे आपसी भाईचारा टूटेगा। विधानसभा में सपा ने संभल व बहराइच की घटना पर सरकार को घेरने की कोशिश की। सपा सदस्य व संभल के विधायक इकबाल महमूद का नाम लेकर सीएम योगी ने बयान दिया था इस पर महमूद ने कहा कि उपचुनाव में वोट डालने नहीं दिया गया। 23 नवंबर को उपचुनाव का परिणाम आया, अगले ही दिन 24 नवंबर को फिर से सर्वे टीम पहुंच गई। वहां जय श्रीराम के नारे लगाए गए। इससे वहां तनाव हो गया। मैं और मेरा बेटा वहां नहीं थे फिर भी हमारे नाम आ गए। भाजपा ने राजनीतिक फायदे के लिए यह घटना कराई। सपा विधायक ने मुख्यमंत्री योगी के बटेंगे तो कटेंगे के नारे को याद करते हुए कहा कि फिर आप हमें क्यों बांट रहे हो। हमारे ऊपर बहुत अत्याचार हो रहा है। सपा के प्रतिनिधिमंडल को वहां क्यों नहीं जाने दिया गया, आखिर सरकार क्या छुपाना चाहती है। वहीं माता प्रसाद पांडेय ने कहा कि बहराइच में यदि जुलूस के दौरान पर्याप्त पुलिस बल होता तो वहां दंगा न होता। इस घटना की जांच करा लीजिए। संभल में मंदिर मिलने पर कहा कि मंदिर का कोई विरोधी नहीं है, वहां पहले से मंदिर था फिर क्यों कहा जा रहा है कि मंदिर मिल गया।
बहस के दौरान सपा सदस्य संग्राम सिंह यादव ने कहा कि प्रदेश को सांप्रदायिकता की आग में झोंकने का काम किया जा रहा है। सपा के पीडीए की सफलता से भाजपा घबराई हुई है, इसलिए जगह-जगह दंगे प्रायोजित कर रही है। बटेंगे तो कटेंगे की बात कहकर आप ही काट रहे हैं। कांग्रेस सदस्य आराधना मिश्रा मोना ने भी संभल और बहराइच में हुई हिंसा का मुद्दा उठाते हुए कहा कि प्रदेश में सांप्रदायिक हिंसा में लगातार वृद्धि हो रही है। बहराइच में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान हंगामा होने व गोली चलने से रामगोपाल मिश्र नाम के युवक की मौत हो गई।
इसके पीछे वही लोग शामिल हैं जो धार्मिक धु्रवीकरण के आधार पर राजनीति करते हैं। वहां पर भाजपा के विधायक ने अपने जिला अध्यक्ष पर एफआईआर कराई। इससे पता चलता है कि भाजपा के तार इन घटनाओं से जुड़े हैं।
अपनी बात रखते हुए जनसत्ता दल (लोकतांत्रिक) के अध्यक्ष रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया ने संभल और बहराइच हिंसा पर विपक्ष को घेरा और सत्ता पक्ष का समर्थन किया। विधानसभा में वो जब बोल रहे थे तो सत्ता पक्ष के नेता मेज थपथपा रहे थे। उन्होंने कहा कि बहराइच में नौजवान राम गोपाल मिश्र की निर्मम हत्या पर विपक्ष ने कुछ नहीं बोला। राजा भैया ने संभल की घटना पर कहा कि हमें पहले यह जान लेना चाहिए कि सर्वे का आदेश कोर्ट ने दिया है। कोर्ट अगर किसी मंदिर के सर्वे का आदेश जारी करती है तो मैं ये नहीं समझता हूं किसी भी हिंदू यानी सनातनी को कोई आपत्ति होगी। हमने किसी दूसरे के धर्मस्थल तोड़कर अपने धर्मस्थल नहीं बनाए हैं। अगर न्यायालय ने किसी सर्वे का आदेश दिया है, तो उसे पलटने का तरीका उससे बड़ी अदालत में जाना होता है न कि सड़क पर खड़े होकर पुलिस प्रशासन पर पत्थर बरसाकर दंगा किया जाये।