By अंकित सिंह | Dec 14, 2022
बिहार के छपरा में जहरीली शराब पीने से 21 लोगों की मौत हो गई है। इसको लेकर नीतीश कुमार के शराबबंदी पर लगातार सवाल उठा रहे हैं। बिहार में शराबबंदी कानून लागू है। बावजूद इसके शराब से लोगों की मौत क्यों हो रही है, यह सबसे बड़ा सवाल है? भाजपा जबरदस्त तरीके से नीतीश कुमार पर हमलावर है। जानकारी यह है कि अब तक जहरीली शराब पीने से 21 लोगों की मौत हो गई है। इस पर अब राजनीति भी शुरू हो गई है। बिहार विधान सभा में आज सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच वार पलटवार का दौर भी देखने को मिला। इन सबके बीच खबर यह है कि गुरुवार को छपरा में भाजपा नीतीश सरकार के खिलाफ मार्च निकालेगी।
जानकारी के मुताबिक भाजपा के सभी विधायक छपरा में जाएंगे। सभी नीतीश सरकार के खिलाफ विरोध मार्च निकालेंगे। आज विधानसभा में शराबबंदी कानून को लेकर पूछे गए सवाल पर नीतीश कुमार ने आपा खो दिया। भाजपा पर जबरदस्त तरीके से हमलावर रही। इन सबके बीच बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने पूरे मामले पर कहा कि विपक्ष को जनता के मुद्दे को उठाना चाहिए था पर उन्होंने केवल हंगामा किया। हम हर सवाल का जवाब देने को तैयार हैं। जो लोग आज शराब की बात कर रहे हैं उन्होंने भी तो शपथ लिया था। इतने साल सत्ता में रहने के बाद याद आया कि लोग जहरीली शराब से मर रहे हैं। हीं, बिहार भाजपा ने ट्वीट कर लिखा कि जहरीली शराब से लोगों की अकाल मृत्यु, और इतने जहरीले मुख्यमंत्री से बिहार का क्या होगा!
दूसरी ओर पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि बिहार विधानसभा में भाजपा सदस्यों के प्रति अमर्यादित भाषा का प्रयोग करने के कारण मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को माफी मांगनी चाहिए। जहरीली शराब से फिर 20 लोगों की मौत पर दुखी होने और शराबबंदी की समीक्षा करने के बजाय इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री का आवेश में आना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। वे बात-बात पर आपा खो रहे हैं। मोदी ने कहा कि भाजपा पूर्ण मद्यनिषेध के पक्ष में है। इसकी समीक्षा होनी चाहिए और समीक्षा का मतलब शराबबंदी समाप्त करना नहीं है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार शराबबंदी लागू करने में पूरी तरह विफल हैं, जबकि यह गुजरात में बेहतर तरीके से लागू है।