भोपाल। मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष, मीडिया प्रभारी व पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने भाजपा की शिवराज सरकार से 10 सवाल किए है। उन्होंने कहा कि महामारी के इस दौर में जहाँ लोग जीवन रक्षक दवाओं, ऑक्सीजन और अस्पतालों में बिस्तर के लिए परेशान हो रहे है। ऐसे में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में कोरोना महामारी की विपदा से निपटने के लिए न तो कभी सर्वदलीय बैठक बुलाई और न ही उनसे कोई सलाह ली बल्कि विपक्ष पर लगातार झूठे आरोप लगा कर अपनी निकामियों का ठीकरा विपक्ष पर फोड़ने का काम कर रहे है। शिवराज जी कहते है कि कांग्रेस के नेता भ्रम फैलाते है। जबकि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ लगातार महामारी से निपटने को लेकर मुख्यमंत्री को लगातार पत्र लिखकर चेता रहे है जबकि कमलनाथ जी ने कांग्रेस पदाधिकारीयों, कार्यकर्ताओं, नेताओं और विधायकों को दिशा निर्देश जारी किए है कि महामारी के दौर में जनता की सेवा में उनकी सहायता में जुट जाए।
कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष जीतू पटवारी ने गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा पर व्यंग करते हुए कहा कि गृहमंत्री जी प्रति दिन नहा धोकर, चेहरे पर पाउडर लगाकर, मूंछे काली करके, बाल काले करके, ओठों पर लाली लगाकर टीवी पर तथ्यहीन बातें करते हुए दिखते है अपनी भूमिका छोड़कर विपक्ष को कोसते हुए दिखते है। गृहमंत्री जी कहते है कि इस महामारी में काला बाजारी करने वाले लोगों को अजीवन कारावास की सज़ा होगी। लेकिन उन्हीं के पार्टी के कार्यकर्ता गिद्धों की तरह लोगों को नोंचने में लगे है उनके प्रति आपकी सरकार नर्म क्यों है। जीतू पटवारी ने कहा कि वह कांग्रेस की तरफ से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा से वह 10 सवाल करते है जिसका जबाब वे प्रदेश की जनता को दें।
जीतू पटवारी ने सवाल करते हुए कहा कि जबलपुर में सीटी हॉस्पीटल के संचालक सरबजीत सिंह मोखा जिसने करीब 1 लाख नकली रेमडेसिविर इजेक्शन बेंचे उसके खिलाफ आपकी पार्टी और सरकार का रूख नर्म क्यों है। रतलाम में भाजपा से जुड़े राजेश महेश्वरी को ऑक्सीफ्लोमीटर की कालाबाजारी करते हुए पकड़ा गया उसे आपकी सरकार ने रात में ही क्यों छोड़ दिया। उज्जैन में कैबिनेट मंत्री डॉ. मोहन यादव का प्रतिनिधि अभय विश्वकर्मा जो 30-30 हजार में अस्पताल में बेड बेच रहा था, अस्पताल के डॉक्टर ने यह बयान दिया है। आपकी सरकार क्यों चुप है? आपने नरोत्तम जी कार्यवाही क्यों नहीं की और आप विपक्ष पर नकारात्मकता का आरोप लगाते हैं। दो लाख से ज्यादा मौतें मध्य प्रदेश में हो गई है, आपकी सरकार कहती है कि आपने जिले वार क्राइसिस मैनेजमेंट की कमेटियां बनाई है, गाँव-गाँव, नगर-नगर सर्वे चल रहा है तो फिर केन नदी की सहायक रूद्र नदी में शव क्यों बह रहे हैं?
जीतू पटवारी ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह और उनकी सरकार से 10 सवाल करते हुए पूछा कि
शिवराज जी यह बताएं कि कालाबाजारी करने वाले भारतीय जनता पार्टी से जुड़े गिद्द जो महामारी में भी अपना लालच नहीं छोड़ते, जिन्होंने मौत पर पैसा कमाया इनके खिलाफ क्या कार्यवाही की जा रही है। सरकार इनके खिलाफ कार्यवाही करेगी?
दूसरा सवाल करते हुए पटवारी ने कहा कि नदियों में शव तैर रहे है ऐसा कैसे हुआ इसका उत्तर सरकार दे।
तीसरा सवाल पूछते हुए कहा कि एक लाख नकली रेमडेसिविर इजेक्शन जो लगभग 40 हजार मरीजों को लगाए गए जिनकी मौतें हो गई इसकी सरकार जाँच करवाए, कांग्रेस इस महाघोटाले की हाई कोर्ट के सिटिंग जज से जाँच करवाने की माँग करती है।
चौथा सवाल करते हुए कहा कि प्रदेश में कोरोना के साथ ही फंगल इंफेक्शन लगातार बढ़ रहा है इसकी दवाईयों की भी कालाबाजारी शुरू हो गई है इसके लिए सरकार ने क्या कार्ययोजना बनाई है।
पाँचवा प्रश्न करते हुए कहा कि गाँव में कोविड की महामारी में फैल गई है 50 प्रतिशत से अधिक लोगों की मौत गाँव से हुई है, गाँवों को राम भरोसे छोड़ दिया गया है इसको लेकर क्या कार्ययोजना बनाई है यह सरकार स्पष्ट करें।
छठा सवाल करते हुए कहा कि प्रदेश में दो लाख से जायदा मृत्यु हुई है पर्याप्त टेस्ट हो नहीं रहे और सरकार महामारी को नियंत्रण में बता रही है यह भ्रम सरकार न फैलाए। क्या लगभाग 10 लाख में से 50 हजार लोगों की जाँच करवाने की कोशिश शिवराज जी करेंगे, क्या इसको लेकर कोई कार्य योजना है।
सातवां सवाल करते हुए कहा कि तीसरी लहर को लेकर सरकार कि क्या कार्ययोजना है या फिर मुख्यमंत्री जी सिर्फ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए जनता को बस काम कर रहे है यह दिखाने की कोशिश करते रहेंगे।
आठवां सवाल करते हुए कहा कि वैक्सीन को लेकर आज तक लगभग 90 लाख लोगों को वैक्सीन लगाये जाने का दावा सरकार कर रही है ।क्या सभी को वैक्सीन लगे इसको लेकर सरकार की कोई कार्ययोजना है? आपको 8 करोड़ 64 लाख लोगों को वैक्सीन लगाई जानी है। क्या वैक्सीन को लेकर अन्य राज्यों की तरह ग्लोबल टैंडर कर प्रदेश के सभी लोगों को वैक्सीन लगाने का कार्य राज्य सरकार करेगी।
नवां प्रश्न करते हुए जीतू पटवारी ने कहा कि सरकारी लापरवाही से दो लाख मौतें हुई है। कुछ मौते ऑक्सीजन के अभाव से हुई, कुछ मौतें दवाईयों की कमी की वजह से हुई है, आंध्र सरकार ने ऑक्सीजन की कमी से हुई मौतों को लेकर 10 लाख रूपए देने की बात कही है। शिवराज सरकार किसानों की मौत पर 1 करोड़ रूपए दे सकती है तो क्या इसी तरह सरकार 10 लाख रूपए देंगे और जिस आयुष्मान योजना का प्रोपोगंडा शिवराज सरकार ने जारी किया, लेकिन मध्यम वर्गीय वह लोग जो लाखों रूपए खर्च करके अस्पताल से अपनी जान बचाकर आए है उनको आर्थिक सहायता देकर उनके बिल भरेगी क्या सरकार।
दसवां प्रश्न करते हुए जीतू पटवारी ने कहा कि राज्य सरकार राशन के वितरण की योजना का बखान करती है क्या तीन महिने के राशन से जिसमें गेंहू नमक देने की बात कह रही है, चक्की खुली नहीं क्या सरकार पात्रता पर्ची वाले लोगों को हर महीने 7 हजार रूपए देने की पहल करेगी क्योंकि सिर्फ सूखा आटा फांकने से पेट नहीं भरता है।
जीतू पटवारी ने कहा कि इस महामारी के दौर में हमारे नेता कमलनाथ और पूरी कांग्रेस पार्टी सरकार को सहयोग करने में पीछे नहीं हटेगी हम सरकार के साथ है भले ही शिवराज सरकार उन पर नकारात्मकता फैलाने का आरोप लगाए लेकिन हमारे नेता, कार्यकर्ता, पदाधिकारी, विधायक सभी इस भयावह दौर में जनता की सेवा में लगे है और इस महामारी में सबका सहयोग कर रहे है।