Benefits of Spices: आपके किचन में छिपा है गंभीर बीमारियों का इलाज, लाखों खर्च करने से बच जाएंगे आप

Benefits of Spices
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आयुर्वेद में सदियों से उपचार के लिए मसालों का इस्तेमाल किया है। क्योंकि यह मसाले ना सिर्फ खाने में स्वाद जोड़ते हैं, बल्कि इम्‍यून सिस्‍टम को सपोर्ट करने के लिए भी काफी अहम माने जाते हैं। यह मसाले हर भारतीय किचन में पाए जाते हैं।

भारतीय किचन में आपको कई ऐसे मसाले मिल जाएंगे, जो ना सिर्फ खाने को स्वादिष्ट बनाते हैं, बल्कि आपकी सेहत के लिए भी काफी ज्यादा फायदेमंद माने जाते हैं। इनमें ना सिर्फ पोषक तत्व पाए जाते हैं, बल्कि यह एंटीऑक्सीडेंट और बायोएक्टिव यौगिकों की आपूर्ति भी करते हैं। आयुर्वेद में सदियों से उपचार के लिए मसालों का इस्तेमाल किया है। क्योंकि यह मसाले ना सिर्फ खाने में स्वाद जोड़ते हैं, बल्कि इम्‍यून सिस्‍टम को सपोर्ट करने के लिए भी काफी अहम माने जाते हैं। 

हल्दी

हल्दी एक ऐसा मसाला है, जो करी को पीला रंग देने का काम करता है। हल्दी के बायोएक्टिव यौगिकों को करक्यूमिनोइड्स कहा जाता है। करक्यूमिनोइड और हल्दी का प्रमुख मुख्य सक्रिय घटक करक्यूमिन होता है। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-माइक्रोबियल क्षमता होती है।

गरम मसाला

गरम मसाला पिसे हुए साबुत मसालों का मिश्रण है। यह बायोएक्टिव यौगिकों से भरपूर होता है और इसके कई फायदे होते हैं। शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए गरम मसाला काफी ज्यादा फायदेमंद होता है। यह शरीर के तापमान को बढ़ाने के साथ ही आपको सर्दी-जुकाम आदि से दूर रखता है। गरम मसाला को अपने दैनिक डाइट में शामिल करने से शरीर में ऑक्सीजन और ब्‍लड की आपूर्ति बढ़ जाती है। साथ ही विषाक्त पदार्थ बाहर निकल जाते हैं।

जीरा

जीरा को आयरन का एक अच्छा स्त्रोत माना जाता है। जीरा ब्‍लड सेल्‍स के उत्पादन और ऑक्सीजन परिवहन के लिए आवश्यक हीमोग्लोबिन के लिए काफी जरूरी होता है। इसके अलावा जीरा डाइजेशन सिस्टम को सुधारता है। एक गिलास ज़ीरा पानी पाचन संबंधी समस्याओं को दूर करने में फायदेमंद होता है।

काली मिर्च

काली मिर्च में पिपेरिन, तेल लिमोनेन और बीटा-कैरियोफिलीन पाया जाता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी भरपूर मात्रा में पाया जाता है। जो सेहत के लिहाज से भी फायदेमंद होती है।

धनिया पाउडर

धनिया पाउडर डाइजेशन प्रक्रिया को सुधारने में मदद करता है। इसी वजह से भारतीय रसोई में धनिया पाउडर का इस्तेमाल प्राचीन काल से किया जाता रहा है। धनिया पाउडर में प्राकृतिक तेल पाया जाता है, जो आपको संपन्न गुण प्रदान करता है।

कसूरी मेथी

बता दें कि कसूरी मेथी में फाइबर की अच्छी मात्रा पायी जाती है, यह भूख को कम करने में सहायक होती है और वजन को कंट्रोल करती है। कसूरी मेथी के सेवन से पाचन और मेटाबॉलिज्म बढ़ता है। यह शरीर को डिटॉक्स करने में मदद करती है।

केसर

केसर में एंटीऑक्सीडेंट्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, यह हानिकारक फ्री रैडिकल्स को बेअसर करते हैं। केसर के सेवन  से तनाव और चिंता शांत होती है। यह मसाला कैरोटीनॉयड से भरपूर होता है, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के साथ बीमारियों से लड़ने में सक्षम होता है।

सौंफ

प्रतिदिन सौंफ के सेवन से दिल को सेहतमंद रखा जा सकता है। सौंफ में पोटैशियम की मात्रा पायी जाती है, जो ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने के साथ ही दिल को हेल्दी रखने में सहायक होती है।

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