जानिए केरल से फेमस सबरीमाला मंदिर से जुड़े कुछ अमेजिंग फैक्ट्स
आपको शायद पता ना हो, लेकिन सबरीमाला मंदिर में यात्रा करते समय भक्तों को कुछ नियमों का पालन करना होता है। मसलन, पवित्र मंदिर में प्रवेश करते समय भक्त एक विशिष्ट कलर कोड का पालन करते हैं, मसलन, वह या तो काला या नीला पहनते हैं।
जब भारत के सबसे अधिक पॉपुलर मंदिरों की बात होती है तो उसमें केरल में स्थित सबरीमाला मंदिर का नाम अवश्य लिया जाता है। भगवान अयप्पा को समर्पित, सबरीमाला मंदिर भारत के सबसे अधिक देखे जाने वाले मंदिर भी हैं। यह मंदिर भगवान अयप्पा को समर्पित है, जिनके बारे में कहा जाता है कि वे भगवान शिव और भगवान विष्णु के महिला अवतार मोहिनी के मिलन से पैदा हुए थे। उन्हें हरिहरपुत्र के नाम से भी जाना जाता है। दक्षिण भारत में अगर घूमने की बात हो तो इस मंदिर के दर्शन किए बिना आपकी यात्रा पूरी नहीं होती है। यह मंदिर आस्था का प्रतीक तो है ही, साथ ही इस मंदिर से जुड़े ऐसे कई फैक्ट्स हैं, जो पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको मंदिर से जुड़े कुछ ऐसे ही अमेजिंग फैक्ट्स के बारे में बता रहे हैं, जिसे जानने के बाद आप भी एक बार मंदिर अवश्य जाना चाहेंगे-
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भक्त फॉलो करते हैं कलर कोड
आपको शायद पता ना हो, लेकिन सबरीमाला मंदिर में यात्रा करते समय भक्तों को कुछ नियमों का पालन करना होता है। मसलन, पवित्र मंदिर में प्रवेश करते समय भक्त एक विशिष्ट कलर कोड का पालन करते हैं, मसलन, वह या तो काला या नीला पहनते हैं। इसके अलावा, वे अपने माथे पर विभूति या चंदन का लेप भी लगाते हैं।
इस स्थान पर हुआ था महिषी का वध
सबरीमाला मंदिर का अपना एक पौराणिक महत्व है। यह मंदिर भगवान अयप्पा के इतिहास से संबंधित है और माना जाता है कि इस मंदिर का निर्माण उस भूमि पर किया गया था जहां उन्होंने महिषासुर की बहन महिषी का वध किया था। इसलिए, भक्तों के बीच इस मंदिर को लेकर एक अलग ही श्रद्धा देखने को मिलती है।
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रामायण से भी संबंधित है मंदिर
सबरीमाला मंदिर का रामायण से भी एक कनेक्शन है, जिसके बारे में आपको शायद ही पता हो। दरअसल, मंदिर का नाम भगवान राम की अनन्य भक्त शबरी के नाम पर पड़ा है। दरअसल,, पौराणिक कथाओं में दर्शाया गया है कि शबरी उन 18 पहाड़ियों के बीच रहती थी जहां यह मंदिर आज स्थित है, इसलिए मंदिर को सबरीमाला मंदिर के नाम से जाना जाने लगा।
- मिताली जैन
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