नई खूबियों के साथ लौट रही है जानदार-शानदार एंबेसडर कार
यूं तो साल 2014 में इसका प्रोडक्शन बंद हो गया था, किंतु हिंदुस्तान मोटर्स द्वारा बनाई गई एंबेस्डर प्रभावशाली लोगों की बेहद पसंदीदा कारों में शामिल रही है। चाहे कोई नेता हो, या कोई अधिकारी हो, समाज का रुतबे वाले शख्स क्यों ना हो एंबेसडर में चलना वह अपनी शान समझता था।
जी हां! आपने सही सुना। एंबेस्डर को लेकर भला किया कौन नहीं जानता था कि यह भारतीय सड़कों की पसंदीदा सवारी में से एक रही है। यह सिर्फ एक कार ही नहीं रही है, बल्कि लोग इससे इमोशनली जुड़े रहे हैं।
यूं तो साल 2014 में इसका प्रोडक्शन बंद हो गया था, किंतु हिंदुस्तान मोटर्स द्वारा बनाई गई एंबेस्डर प्रभावशाली लोगों की बेहद पसंदीदा कारों में शामिल रही है। चाहे कोई नेता हो, या कोई अधिकारी हो, समाज का रुतबे वाले शख्स क्यों ना हो एंबेसडर में चलना वह अपनी शान समझता था।
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पर अब जब इसकी वापसी की बात चल रही है, तो आपको बता दें कि फ्रांस की कंपनी पुज़ो (Peugeot) और हिंदुस्तान मोटर्स द्वारा मिलकर 2024 तक एंबेसडर का इलेक्ट्रिक वर्जन लांच हो सकता है।
जी हां! इलेक्ट्रिक गाड़ियों की लोकप्रियता दिनोंदिन बढ़ती जा रही है और अब इस ड्रीम कार को पुनर्जीवित करने के लिए दो दिग्गज कंपनियों ने हाथ मिलाया है।
सरकारी गाड़ी, इंडिया की शान, ड्रीम कार, लाल बत्ती कार, काली, पीली, टैक्सी गाड़ी जैसी शब्दावलीओं से नवाजे जाने वाली एम्बेसर कार 1958 में भारतीय सड़कों पर आई थी और देखते ही देखते यह अपनी लोकप्रियता के शिखर को छूने लगी। इसका पहला प्लांट पश्चिम बंगाल के उत्तरपाड़ा में शुरू हुआ था।
50 साल से अधिक लंबे चले इस के सफर में कई कहानियां गढ़ी गयीं और उन कहानियों में इसकी मजबूती भी शामिल है। बेहद मजबूत माने जाने वाली यह कार लोगों के दिलों में जगह बनाती चली गई।
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इस कार से केवल खास ही नहीं बल्कि आम लोग भी उतना ही जुड़ाव महसूस करते थे। जाहिर तौर पर एंबेस्डर भारतीय समाज में बेहद घुलमिल गई थी। नेताओं ने इसके सफेद कलर को पसंद किया तो, आर्मी पर्सन ने ब्लैक कलर को।
वहीं आम लोगों ने अपनी अपनी चॉइस के हिसाब से लाइट ब्लू, रेड, येलो जैसे कलर को वरीयता दी।
बहरहाल एक बड़ा अमाउंट देकर एंबेस्डर ब्रांड को खरीदने वाली फ्रेंच कंपनी निश्चित रूप से इसे भुनाने की पुरजोर कोशिश करेगी। देखना दिलचस्प होगा कि अपने प्रोडक्शन बंद होने के ठीक 10 साल बाद 2024 में क्या वाकई यह जादू क्रिएट कर पाती है।
- विंध्यवासिनी सिंह
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