जिम्नास्टिक खेल क्या है? जानें इतिहास और नियम, पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत को मेडल की आस

Gymnastic game
प्रतिरूप फोटो
Social Media
Kusum । Jan 9 2024 8:17PM

जिम्नास्टिक एक प्राचीन खेल है। 2600 ईसा पूर्व चीन में जिम्नास्टिक के व्यायाम किए जाते थे। परंतु इसका वास्तविक विकास यूनान व रोम में शुरु हुआ। जिम्नास्टिक 1896 में एथेंस में ओलंपिक खेलों को फिर से शुरू किया गया तो इस खेल ने प्रतियोगिता में अपनी वापसी की।

जिम्नास्टिक एक ऐसा खेल है जिसमें वे शारीरिक व्यायाम शामिल हैं जिनमें संतुलन, शक्ति, लचीलापन, चपलता, समन्वय, समर्पण और धीरज की आवश्यकता होती है। जिम्नास्टिक के लिए हाथ, पैर, कंधे, पीठ, छाती और पेट की विकसित की गई मजबूत मांसपेशियों का अहम योगदान होता है। 

जिम्नास्टिक का इतिहास

हालांकि, जिम्नास्टिक एक प्राचीन खेल है। 2600 ईसा पूर्व चीन में जिम्नास्टिक के व्यायाम किए जाते थे। परंतु इसका वास्तविक विकास यूनान व रोम में शुरु हुआ। 

वहीं जिम्नास्टिक 1896 में एथेंस में ओलंपिक खेलों को फिर से शुरू किया गया तो इस खेल ने प्रतियोगिता में अपनी वापसी की। साल 1896 और 1924 के बीच ये खेल उस रूप में विकसित हुआ जिसे हम आधुनिक जिम्नास्टिक के रूप में जानते हैं। 

जिम्नास्टिक के 3 प्रमुख प्रकार हैं। इनमें कलात्मक, लयबद्ध और ट्रैम्पोलिन होते हैं। 

कलात्मक- जिम्नास्टिक का प्रथागत रूप, कलात्मक जिम्नास्टिक पुरुषों और महिलाओं दोनों  के लिए एक श्रेणी है। तीन प्रकार की कलात्मक जिम्नास्टिक प्रतियोगिताएं हैं, जैसे व्यक्तिगत, टीम और व्यक्तिगत ऑल राउंडर। फ्लोर एक्सरसाइज, बैलेंस बीम, अनइवेन बार्स और वॉल्ट महिलाओं की कलात्मक जिम्नास्टिक स्पर्धाओं में चार प्रतियोगिताएं हैं, जबकि पुरुषों में 6 इवेंट्स होते हैं। फ्लोर एक्सरसाइज, वॉल्ट, पॉमेल हॉर्स, हाई बार, पैरेलल बार्स और स्टिल रिंग्स। 


लयबद्ध जिम्नास्टिक- 1984 के ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में पहली बार ये महिला केवल कार्यक्रम पेश किया गया था। लयबद्ध जिम्नास्टिक बैले नृत्य और जिमनास्टिक के संयोजन की तरह ज्यादा है। कलाबाजी के बजाय संगीत और चाल के सौंदर्यशास्त्र पर ध्यान दिया जाता है। 

ट्रैम्पोलिन जिम्नास्टिक-  ट्रैम्पोलिन की मदद से जिम्नास्टिक है। एथलीट ट्रैम्पोलिन पर कूदते हैं और फ्लिप और टर्न करने के लिए अयरटाइम का इस्तेमाल करते हैं। यह महिला और पुरुष एथलीटों द्वारा किया जाने वाला एक व्यक्तिगत कार्यक्रम है। इसने 2000 में ओलंपिक में प्रवेश किया।

जिम्नास्टिक एक फिजिकल एक्टिविटी है जिसमें शरीर को विभिन्न रूपों में फ्लेक्स और एक्सटेंड किया जाता है ताकि सामरिकता, स्थिरता, और लचीलापन बढ़ सके। जिम्नास्टिक के कई नियम और मानक होते हैं जो खिलाड़ियों को सुरक्षित रूप से प्रदर्शन करने के लिए बनाए गए हैं। ये नियम विभिन्न प्रतियोगिताओं और जिम्नास्टिक आयोजनों में लागू हो सकते हैं।

जिम्नास्टिक नियम हैं

 वस्त्र (अटायर) का परिचय: जिम्नास्टिक में उपयोग होने वाले वस्त्रों को निर्धारित मानकों के अनुसार चुनना और पहनना अनिवार्य होता है। इससे सुनिश्चित होता है कि खिलाड़ी सुरक्षित रूप से अपनी क्रियाओं को कर सकते हैं।

सुरक्षा सामग्री का उपयोग: खिलाड़ियों को सुरक्षा के लिए हेलमेट, पैड्स, और अन्य सुरक्षा सामग्री का उपयोग करना चाहिए, विशेषकर वो जिम्नास्टिक के कठिन प्रशिक्षण कर रहे हों।

व्यायाम की सही तकनीक: जिम्नास्टिक में सही तकनीक का अध्ययन करना बहुत महत्वपूर्ण है। सही तकनीक से ही खिलाड़ी सुरक्षित रूप से अपनी क्रियाओं को पूरा कर सकता है और चोटों से बच सकता है।

कोच की निगरानी: जिम्नास्टिक के खिलाड़ियों को सही तरीके से प्रशिक्षित करने के लिए एक अनुभवी और पेशेवर कोच की निगरानी अत्यंत महत्वपूर्ण है।

पूरी राज़ामंदी: खिलाड़ियों को पूरी राज़ामंदी से आगे बढ़ने के लिए उन्हें निरंतर अभ्यास करना चाहिए।


प्रतियोगिता का समर्थन: खिलाड़ियों को प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए और उन्हें सही दिशा में मार्गदर्शन किया जाना चाहिए।

पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत को मेडल की आस

पेरिस ओलंपिक 2024 के लिए भारत की सीनियर आर्टिस्टिक जिम्नास्टिक दीपा करमाकर का फोकस कोटा हासिल कर ने पर है। अगर वो कोटा हासिल कर लेती हैं तो उनसे भारत को मेडल की उम्मीद है।

Prabhasakshi par aaj ka khel samachar hindi mein dekhein 

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़