जींस पहनकर खेलने की अनुमति मिलने के बाद विश्व ब्लिट्ज चैम्पियनशिप में लौटे कार्लसन

magnus Carlsen
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विश्व चैम्पियन कार्लसन पर शनिवार को फिडे के ड्रेस कोड का उल्लंघन करके जींस पहनकर आने के बाद200 डॉलर का जुर्माना लगाया गया था। टूर्नामेंट के नियमों के अनुसार जींस पहनना मना है। उन्होंने तुरंत कपड़े बदलकर आने का अनुरोध मानने से इनकार कर दिया तो उन्हें अयोग्य करार दिया गया।

फिडे से खिलाड़ियों को जींस पहनकर खेलने की अनुमति मिलने के बाद दुनिया के नंबर एक शतरंज खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन विश्व ब्लिट्ज चैम्पियनशिप में लौटे जिन्हें ड्रेस कोड के उल्लंघन के कारण रैपिड वर्ग से बाहर कर दिया गया था।

दरअसल, पांच बार के विश्व चैम्पियन कार्लसन पर शनिवार को फिडे के ड्रेस कोड का उल्लंघन करके जींस पहनकर आने के बाद200 डॉलर का जुर्माना लगाया गया था। टूर्नामेंट के नियमों के अनुसार जींस पहनना मना है। उन्होंने तुरंत कपड़े बदलकर आने का अनुरोध मानने से इनकार कर दिया तो उन्हें अयोग्य करार दिया गया। टूर्नामेंट में रैपिड चैम्पियनशिप के नौवें दौर में उन्हें किसी के खिलाफ उतारा नहीं गया।

नीति में बदलाव की घोषणा करते हुए अंतरराष्ट्रीय शतरंज महासंघ (फिडे) के अध्यक्ष अर्काडी वोरवोविच ने कहा ,‘‘ मैंने पोशाक की उपयुक्तता के संबंध में निर्णय लेने में फिडे अधिकारियों को अधिक लचीलापन प्रदान करने के लिए इस नजरिये का प्रयोग करने का फैसला किया है।’’ उन्होंने कहा ,‘‘ नियम सरल है कि आधिकारिक ड्रेस कोड का अभी भी पालन करना होगा लेकिन थोड़े से बदलाव (जैकेट के साथ जींस) की अनुमति दी गई है।

बयान में कहा गया ,‘‘ फिडे को यह बताते हुए हर्ष हो रहा है कि मैग्नस कार्लसन फिडे विश्व ब्लिट्ज चैम्पियनशिप में भाग लेंगे।’’ कार्लसन ने रविवार को टूर्नामेंट के दौरान फिडे उपाध्यक्ष और भारत के महान खिलाड़ी विश्वनाथन आनंद से मुलाकात की। बयान में कहा गया ,‘‘ फिडे कार्लसन और विश्व शतरंज समुदाय के साथ मिलकर फिडे प्रतिस्पर्धाओं में खिलाड़ियों और प्रशंसकों को सर्वश्रेष्ठ अनुभव देने की दिशा में काम करता रहेगा।’’

कार्लसन ने अपनी भागीदारी की पुष्टि करते हुए कहा ,‘‘ मैं न्यूयॉर्क में कम से कम एक दिन और खेल रहा हूं। अच्छा खेला तो अगले दिन भी। हमने कल इस बारे में बात की और फिडे अध्यक्ष से हमारे अच्छे संबंध हैं।’’ आनंद ने कहा था कि फिडे के पास कार्लसन को अयोग्य करार देने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा था क्योंकि उन्होंने नियम को मानने से इनकार कर दिया था।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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