सनातन धर्म व अखंड भारत के स्टार प्रचारक बन गये हैं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर आगे कहा कि सिर्फ एक व्यक्ति की जिद की वजह से देश का विभाजन हुआ। लाखों लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। भारत का एक बड़ा भू भाग पाकिस्तान के रूप में भी चला गया। सिंधी समाज ने उस दर्द को सबसे अधिक झेला है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अब कुशल नेतृत्व कर्ता, प्रदेश में समाज के हर वर्ग के विकास के संवाहक के साथ ही सनातन धर्म व अखंड भारत के स्टार प्रचारक भी बन चुके हैं। सनातन धर्म और अखंड भारत को लेकर मुख्यमंत्री योगी जी के बयानों की चर्चा अब भारतीय मीडिया में ही नहीं अपितु विदेशों में भी हो रही है। योगी जी की सनातन धर्म पर स्पष्टवादिता से भारत की संपूर्ण सेक्युलर जमात में खलबली मच गई है और उनके उत्तर देने के प्रयास में सनातन विरोधी सिद्ध होती जा रही है। तमिलनाडु के द्रमुक नेता उदय निधि द्वारा सनातन धर्म का उन्मूलन करने वाले शर्मनाक बयान के बाद से ही योगी सक्रिय हैं और अब सनातन धर्म की विशेषताओं की चर्चा करने का कोई भी अवसर नहीं चूकते।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में आज उत्तर प्रदेश के हिंदू आस्था के सभी केंद्रों, प्रतीकों का विकास व सम्मान हो रहा है। अयोध्या, मथुरा, काशी के साथ ही अन्य छोटे छोटे धार्मिक महत्व के स्थलों का विकास हो रहा है तथा उनके सुंदरीकरण व विस्तार की योजनाओं पर काम चल रहा है जिसके कारण सनातन समाज में प्रसन्नता की लहर है। उधर, कांग्रेस के नेतृत्व में संपूर्ण विपक्ष जातिगत जनगणना के नाम पर हिंदू समाज को बांटने की रणनीति पर काम कर रहा है इधर योगी की स्पष्टवादिता है कि सनातन धर्म ही एकमात्र मात्र धर्म है।
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सनातन धर्म के तेजस्वी प्रतिनिधि के रूप में योगी जी की लोकप्रियता तीव्रता के साथ बढ़ रही है। जिन राज्यों में विधानसभा चुनाव हैं वहां पर स्टार प्रचारक के रूप में सबसे अधिक डिमांड योगी आदित्यनाथ की ही हो रही है। हर राज्य की जनता चाहती है कि उनके यहां पर भी योगी जी जैसा ही मुख्यमंत्री हो। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आर्य समाज के कार्यक्रम में कहा कि आर्यसमाज के संस्थापक दयानंद सरस्वती जी ने घर वापसी का जो अभियान आरम्भ किया था उसे फिर से प्रारंभ किया जाये। आर्य समाज ने वैदिक संस्कृति के प्रसार के लिए जो कार्य किये थे उन्हे भी पुनः प्रारम्भ किया जाये। योगी के बयानों से सपा, बसपा, कांग्रेस सहित सभी सेक्युलर दल बुरी तरह से चिढ़ गये और विकृत मानसिकता से सराबोर होकर बयानबाजी करने लगे। इसी प्रकार गोरखपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में योगी ने स्पष्ट रूप से कहा कि सनातन ही एकमात्र धर्म है बाकी सब संप्रदाय और उपासना पद्धतियां हैं।
तमिलनाडु के द्रमुक नेता उदयनिधि को करारा जवाब देते हुए योगी ने कहा कि सनातन धर्म मानवता का धर्म है। यदि सनातन धर्म पर आघात होगा तो विश्व की मानवता पर संकट आ जएगा। योगी के एक के बाद एक वक्तव्यों से मुस्लिम तुष्टिकरण करने वाले दलों की छटपटाहट स्पष्ट रूप से दिखलाई पड़ रही है, इन दलों को कोई उत्तर नहीं सूझ रहा है अपितु जब प्रदेश का विकास हो रहा है और कानून व्यवस्था भी सुदृढ़ हो रही है उस समय यह लोग प्रदेश का वातावरण दूषित करने के लिए विश्व के सर्वाधिक खूंखार आतंकवादी संगठन हमास के समर्थन में धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।
अभी तक तो योगी केवल सनातन धर्म पर ही बात कर रहे थे लेकिन अब उन्होंने सिंधी समाज के एक बड़े कार्यक्रम में कहा कि जब हम 500 वर्षों के बाद श्री रामजन्मभूमि को वापस ले सकते हैं तो फिर सिंध को क्यो नहीं? योगी के इस बयान ने आम भारतीयों को ही नहीं अपितु पाकिस्तान व उसके समर्थक देशों को भी हैरान कर दिया है। आज न सिर्फ भारत में ही अपितु पाकिस्तानी मीडिया व भारत विरोधी एजेंडा चलाने वाले मीडिया में योगी के बयानों पर बहस हो रही है तथा चिंता व्यक्त की जा रही है। सिंध को वापस लेने वाली बात पाकिस्तानी सोशल मीडिया पर भी खूब चर्चा में है।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर आगे कहा कि सिर्फ एक व्यक्ति की जिद की वजह से देश का विभाजन हुआ। लाखों लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। भारत का एक बड़ा भू भाग पाकिस्तान के रूप में भी चला गया। सिंधी समाज ने उस दर्द को सबसे अधिक झेला है। उन्हें अपनी मातृभूमि छोड़नी पड़ी है। योगी ने कहा कि सिंधी समाज युवा पीढ़ी को इतिहास के विषय में बताये। उन्होंने कहा कि अयोध्या में प्रभु श्रीराम के भव्य मंदिर का निर्माण हो रहा है। जनवरी-2024 में रामलला अपने मंदिर में फिर से विराजेंगे। मुख्यमंत्री ने सिन्धी समाज की दुखती रग को समझा और कहा कि आज भी आतंकवाद के रूप में हमें विभाजन की त्रासदी के दंश को झेलना पड़ता है। सभ्य समाज आतंकवाद व अराजकता को बर्दाश्त नहीं कर सकता। धर्मग्रंथ भी हमें यही प्रेरणा देते हैं। पूज्य झूलेलाल जी हों या श्रीकृष्ण सभी ने मानव कल्याण की बात कही है। बंटवारे जैसी त्रासदी फिर कभी न आने पाए इसके लिए हमें राष्ट्र प्रथम का संकल्प लेना चाहिए। योगी इस अवसर पर आतंकवाद के खिलाफ भी मुखर रहे। आतंकवाद पर उनका कहना है कि कोई भी सभ्य समाज आतंकवाद व उग्रवाद या किसी भी प्रकार की अराजकता को कभी मान्यता नहीं दे सकता। सिंघी समाज पर योगी ने कहा कि सिंधी समाज भारत के सनातन धर्म का अभिन्न हिस्सा है। सिंधी समाज ने सम-विषम परिस्थितियों में अपने पुरुषार्थ से खुद को आगे बढ़ाया है।
स्पष्ट है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चाहे जिस कार्यक्रम में हों वहां पर सनातन संस्कृति व सभ्यता का ही डंका बजाते हैं। प्रदेश सरकार द्वारा ऐसे कई विकासपरक कार्यक्रम भी चलाये जा रहे हैं जिनके माध्यम से सनातन संस्कृति के विभिन्न केंद्र बिंदुओं का विकास हो रहा है फिर वह चाहे पर्यटन हो, एक जिला एक उत्पाद योजना हो या फिर नारी सशक्तिकरण हेतु चलायी जा रही विभिन्न योजनाएं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जब जिलों के भ्रमण पर जाते हैं तब स्थानीय महत्व के धार्मिक स्थलों, स्मारकों का भ्रमण और उनके विकास कार्यां की समीक्षा करना नहीं भूलते। योगी अगर अयोध्या जाते हैं और रामलला के दर्शन करते हैं तो वह काशी जाकर विश्वनाथ धाम जाते हैं और मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मस्थान मंदिर जाते हैं। शाकम्भरी माता, नैमिषारण्य, पृथ्वीनाथ, विंध्याचल, चित्रकूट कोई भी स्थल योगी जी की सनातन दृष्टि से छूटा नहीं है।
यह योगी के कठोर श्रम व उनके अनथक प्रयासों का ही प्रतिफल है कि विन्ध्यांचल के विकास कार्य अंतिम चरण में हैं और बहुत जल्द ही उनका भी लोकार्पण संभव है। अयोध्या में श्रीराम लला की प्राण प्रतिष्ठा तो जनवरी में होगी किंतु अयोध्या के कारण ही सही हिंदू सनातन की विजय गाथा नवम्बर-2023 की दीपावाली से ही दृष्टिगेचर होने जा रही है। अयोध्या में इस बार भव्य दीपोत्सव का आयोजन बहुत ही अनूठा व भव्य होने जा रहा है जिसकी तैयारियां चल रही हैं। समस्त हिंदू सनातन समाज को ऐसे मुख्यमंत्री पर गर्व है जो सनातन संस्कृति का हर प्रकार से विकास तो कर ही रहा है, साथ ही सनातन विरोधियों व भारत विरोधी ताकतों में भय उत्पन्न करने में भी सफल हो रहा है।
रोहतक में बाबा मस्तनाथ मठ में आयोजित कार्यक्रम में सनातन के जयकारे के साथ सभा को संबोधित करते हुए योगी ने कहा, केवल सनातन ही विश्व में शांति और सुरक्षा की गारंटी है। स्वाभाविक है विरोधी दल इन खरे बयानों से सकते में हैं। कुछ न सूझने पर वे योगी जी के भगवा धारण करने पर ही अनाप-शनाप बयानबाजी कर अपनी विकृत मानसिकता को उजागर कर रहे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय कहते हैं कि रामनामी धारण कर कानून व्यवस्था पर झूठ बोलते हैं मुख्यमंत्री जबकि वास्तविकता यह है कि आज योगीराज में हर धर्म, जाति व संप्रदाय के लोग सुरक्षित महसूस कर रहे हैं। एक भगवाधारी महंत ही खूंखार माफियाओं को धूल चटा रहा है। बुलडोजर की आवाज से अच्छे-अच्छे माफिया कांप रहे हैं और अपने आप ही थाने में आत्मसमर्पण करने के लिए पहुंच रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष से यह पूछा जाना चाहिए कि जब पंजाब में कांग्रेस की सरकार थी तब वहां पर मुख्तार अंसारी को किसने शरण दी थी। प्रदेश के कई बड़े माफियाओं का साम्राज्य सपा, बसपा व कांग्रेस के राज में ही पनपा था जिसे भगवाधारी महंत ही ढहा रहा है जिसके कारण इन दलों को दर्द हो रहा है।
कुछ दिनों पूर्व बंगाल से कुछ हिंदू नागरिक लखनऊ आये थे और उन्होंने योगी से भेंट में कहा कि आप ही हिंदू समाज व उनकी बेटियों की रक्षा कर सकते हैं। इसी प्रकार चुनाव प्रचार के लिए भी अब कई राज्यों से योगी की डिमांड आ रही है क्योकि जहां जहां पर योगी की रैलियां आयोजित की जाती हैं वहां वहां पर भाजपा की विजय के आसार भी बन जाते हैं। यही कारण है कि आगामी विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी ने अपनी विजय के लिए योगी की बड़ी रैलियां आयोजित करवाने का निर्णय लिया है।
-मृत्युंजय दीक्षित
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