Gulzarilal Nanda Birth Anniversary: गुलजारी लाल नंदा ने दो-दो बार संभाली पीएम की कुर्सी, ऐसा रहा राजनीतिक सफर

Gulzarilal Nanda
Prabhasakshi

आज ही के दिन यानी की 04 जुलाई को देश के पूर्व प्रधानमंत्री गुलजारी लाल नंदा का जन्म हुआ था। जिस समय देश के प्रधानमंत्री पं. नेहरु थे, तब नंदा गृह मंत्रालय की जिम्मेदारी निभा रहे थे। उनको स्वच्छ छवि वाले गांधीवादी राजनेता के तौर पर याद किया जाता है।

भारत के एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर के रूप में मनमोहन सिंह को जाना जाता है। लेकिन देश के इतिहास में एक नेता ऐसे रहे, जो दो-दो बार देश के प्रधानमंत्री बनें, लेकिन दोनों ही बार वह सिर्फ 14 दिनों तक पीएम की कुर्सी पर रहे। इन नेता का नाम गुलजारी लाल नंदा है। बता दें कि आज ही के दिन यानी की 04 जुलाई को देश के पूर्व प्रधानमंत्री गुलजारी लाल नंदा का जन्म हुआ था। जिस समय देश के प्रधानमंत्री पं. नेहरु थे, तब नंदा गृह मंत्रालय की जिम्मेदारी निभा रहे थे। आइए जानते हैं उनकी बर्थ एनिवर्सरी के मौके पर देश के पूर्व प्रधानमंत्री गुलजारी लाल नंदा के जीवन से जु़ड़ी कुछ रोचक बातों के बारे में...

जन्म और शिक्षा

पंजाब के सियालकोट में 04 जुलाई 1898 को गुलजारीलाल नंदा का जन्म हुआ था। उन्होंने अपनी शिक्षा लाहौर, आगरा और इलाहाबाद से पूरी की। वहीं उनको साल 1932 में सत्याग्रह आंदोलन के लिए जेल यात्रा भी करनी पड़ी थी। इसके बाद वह साल 1942 से लेकर 1944 तक यानी की दो साल जेल में रहे। 

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राजनीतिक सफर

जब देश में पहली बार चुनाव हुए, तो गुलजारी लाल को मुंबई लोकसभा सीट से खड़ा किया गया। इस दौरान उन्होंने जीत हासिल की और संसद पहुंचे। फिर पं. नेहरु की सरकार में उनको मंत्री पद मिला। इसके बाद साल 1962 में उन्होंने गुजरात के साबरकांठा सीट से लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की।

पीएम पद की शपथ

साल 1964 में जब देश के तत्कालीन प्रधानमंत्री रहे पं. जवाहर लाल नेहरु का निधन हुआ। तो गुलजारी लाल नंदा ने 27 मई 1964 को देश के अगले प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ ली। इस दौरान उन्होंने 09 जून 1964 तक पीएम पद संभाला। इस बीच देश ने कई उतार-चढ़ाव की स्थिति को देखा। आजाद भारत में पहली बार ऐसी स्थिति पैदा हुई थी। जब नेहरु की मृत्यु के बाद मोरारजी देसाई ने पीएम की कुर्सी के लिए दावा किया। पीएम पद की रेस में मोरारजी देसाई और गुलजारी लाल नंदा शामिल थे। वहीं इन दोनों के अलावा लाल बहादुर शास्त्री और जय प्रकाश नारायण पर भी निगाहें टिकी हुई थीं। हालांकि उस दौरान लाल बहादुर शास्त्री देश के अगले प्रधानमंत्री बनें।

लाल बहादुर शास्त्री को पीएम पद संभाले दो साल का समय भी नहीं बीता था कि 11 जनवरी 1966 को ताशकंद में भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की रहस्यमयी तरीके से मृत्यु हो गई। जिसके बाद एक बार फिर पहले वाले हालात बन गए। तब एक बार फिर 11 जनवरी 1966 को गुलजारी लाल नंदा ने दोबारा पीएम पद की शपथ ली। इस बार उन्होंने 24 जनवरी 1966 तक पीएम की कुर्सी संभाली और फिर इंदिरा गांधी देश की अगली महिला प्रधानमंत्री बनीं। इंदिरा गांधी के पीएम बनने पर साल 1963 में गुलजारी लाल नंदा को देश के गृहमंत्री का पदभार सौंपा गया। इस पद पर वह साल 1966 तक रहे।

मृत्यु

बता दें कि गुलजारी लाल नंदा को एक अच्छे राजनीतिज्ञ और लेखक के रूप में कई पुरस्कार मिले। इसके अलावा साल 1997 में उनको भारत रत्न से सम्मानित किया गया था। फिर उनको सर्वश्रेष्ठ नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से नवाजा गया। वहीं 15 जनवरी 1998 को 100 साल की उम्र में गुलजारी लाल नंदा का निधन हो गया।

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