Parkash Singh Badal Birth Anniversary: पंजाब के सबसे युवा CM थे प्रकाश सिंह बादल, गांव के सरपंच से शुरू किया था राजनीतिक सफर
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल का 08 दिसंबर को जन्म हुआ था। वह राज्य सिविल सेवा के अधिकारी बनना चाहते थे, लेकिन अकाली नेता ज्ञानी करतार सिंह के प्रभाव में बादल ने राजनीति को चुना।
08 दिसंबर को पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल का जन्म हुआ था। पांच बार पंजाब के मुख्यमंत्री रह चुके थे। राजनीति में होने के बाद भी वह साफ-सुथरी छवि वाले नेता कहे जाते थे। प्रकाश सिंह बादल को कई बार अलग-अलग कारणों से जेल यात्रा भी करनी पड़ी थी। वहीं पंजाब की राजनीति में सक्रिय रहने से पहले वह गांव के सरपंच और बाद में लंबी ब्लॉक समिति के अध्यक्ष थे। तो आइए जानते हैं उनकी बर्थ एनिवर्सरी के मौके पर पंजाब के पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल के जीवन से जुड़ी कुछ रोचक बातों के बारे में...
जन्म और परिवार
दक्षिण-पश्चिम पंजाब गांव में 08 दिसंबर 1927 को प्रकाश सिंह बादल का जन्म हुआ था। साल 1959 में बादल ने सुरिंदर कौर से शादी की थी। प्रकाश सिंह बादल का एक बेटा और बेटी है। उनके बेटे सुखबीर सिंह बादल पंजाब के जलालाबाद से विधायक रहे और वह पंजाब के उप-मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं।
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राजनीतिक सफर
साल 1947 से प्रकाश सिंह बादल ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरूआत की थी। पंजाब की राजनीति में सक्रिय होने से पहले बादल गांव के सरपंच और बाद में लंबी ब्लॉक समिति के अध्यक्ष थे। साल 1957 में उन्होंने पहली बार शिरोमणि अकाली दल के टिकट पर विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की थी। इसके बाद साल 1969 में फिर से वह जीते और इस बार उनको पंचायती राज, सामुदायिक विकास, पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन मंत्री का कार्यभार संभाला।
साफ-सुथरी छवि के नेता थे बादल
बता दें कि प्रकाश सिंह बादल साफ-सुथरी छवि वाले नेता थे। उन पर कोई भी आपराधिक मुकदमा नहीं था। लेकिन वह एक-दो बार नहीं बल्कि कई बार जेल गए थे। दरअसल, जब देश की तत्कालीन पीएम इंदिरा गांधी ने आपातकाल लगाया, तो प्रकाश सिंह बादल ने भी इसका विरोध किया। साल 1975 से 1977 के दौरान बादल को कई बार जेल जाना पड़ा था। वहीं 80 के दशक में पंजाब से हरियाणा नदियों का पानी डायवर्ट करने के विरोध में भी वह जेल गए थे। इसके अलावा एक बार संविधान की कॉपी फाड़ने की वजह से भी प्रकाश सिंह बादल को जेल जाना पड़ा था। हालांकि बाद में देश के संविधान का अपमान करने की वजह से उन्होंने माफी मांग ली थी।
सबसे कम उम्र के मुख्यमंत्री
अपने चार कार्यकालों के लिए प्रकाश सिंह बादल ने पंजाब के मुख्यमंत्री के तौर पर कार्य किया। साल 1970 में वह सबसे कम उम्र के सीएम बने थे। फिर बाद में उन्होंने विपक्ष में भी अहम भूमिका निभाई थी। साल 1972, 1980 और 2002 में वह विपक्ष के नेता थे। इसके अलावा जब मोरारजी देसाई देश के प्रधानमंत्री थे, तब भी प्रकाश सिंह बादल सांसद चुने गए।
निधन
वहीं 25 अप्रैल 2023 में कैंसर के कारण लंबी बीमारी के बाद प्रकाश सिंह बादल का निधन हो गया था।
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