कौन हैं Hokato Sema? जिन्होंने शॉट पुट में अपने नाम किया था ब्रॉन्ज मेडल
पैरालंपिक 2024 में होकातो सेमा ने भारत की झोली में शुक्रवार को ब्रॉन्ज मेडल डाला है। होकातो ने पुरुषों की शॉटपुट एफ5 स्पर्धा में तीसरा स्थान हासिल करते हुए ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया। इसी के साथ होकातो ने इतिहास रच दिया। वह पैरालंपिक खेलों में मेडल जीतने वाले नागालैंड के पहले खिलाड़ी बन गए हैं।
पेरिस पैरालंपिक 2024 में होकातो सेमा ने भारत की झोली में शुक्रवार को ब्रॉन्ज मेडल डाला है। होकातो ने पुरुषों की शॉटपुट एफ5 स्पर्धा में तीसरा स्थान हासिल करते हुए ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया। इसी के साथ होकातो ने इतिहास रच दिया। वह पैरालंपिक खेलों में मेडल जीतने वाले नागालैंड के पहले खिलाड़ी बन गए हैं।
भारतीय सेना में कार्यरत और वर्तमान में पुणे में रहने वाले दीमापुर में जन्मे सेमा ने 13.88 मीटर से शुरूआत की और फि 14.00 मीटर तक पहुंचे। इसके बाद उन्होंने 14.40 मीटर, 14.65 मीटर, 14.15 मीटर और 13.80 मीटर की दूरी तय की। ये 14.65 मीटर उनका व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ थ्रो भी है।
इसी इवेंट में हिस्सा लेने वाले दूसरे भारतीय एथलीट सोमन राणा 14.07 के सर्वश्रेष्ठ प्रयास के साथ पांचवें स्थान पर रहे। अपने आखिरी प्रयास के समय वे तीसरे स्थान पर थे, लेकिन फिनलैंड के तीजो कूपिका और होटोजे ने बेहतर प्रदर्शन कर उन्हें मेडल की दौड़ से बाहर कर दिया।
बता दें कि, 2002 में एलओसी पर एक सैन्य अभियान के दौरान बारूदी सुरंग विस्फोट के कारण सेमा ने अपना बांया पैर खो दिया। लेकिन इससे उनकी उम्मीदें डगमगाईं नहीं और उन्होंने 32 साल की उम्र में शॉटपुट करने का फैसला किया।
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