बढ़ सकती हैं यासीन मलिक की मुश्किलें, हत्या के 30 साल पुराने मामले में होगी सुनवाई
1990 में भारतीय वायुसेना के चार जवानों की बड़ी बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। बताया जाता है कि श्रीनगर के बाहरी इलाके में बस का इंतजार कर रहे वायुसेना के जवानों पर जेकेएलएफ के आतंकवादियों ने हमला कर दिया था।
जेकेएलएफ के चीफ और अलगाववादी नेता यासीन मलकि की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है। 30 साल पहले भारतीय वायुसेना के चार जवानों की हुए हत्या को लेकर जम्मू की टाडा कोर्ट में सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान केवल एक आरोपी अली मोहम्मद मीर कोर्ट में मौजूद रहा। तिहाड़ जेल में बंद होने के कारण यासीन मलिक कोर्ट में पेश नहीं हो सका। जज ने तिहाड़ जेल को भेजे एक पत्र में कहा है कि वे 1 अक्टूबर को यासीन मलिक को कोर्ट में पेश होने के लिए कहें।
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आपको बता दें कि 1990 में भारतीय वायुसेना के चार जवानों की बड़ी बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। बताया जाता है कि श्रीनगर के बाहरी इलाके में बस का इंतजार कर रहे वायुसेना के जवानों पर जेकेएलएफ के आतंकवादियों ने हमला कर दिया था। इस हमले में स्कवार्डन लीडर रवि खन्ना समेत वायुसेना के 4 जवानों की मौत हो गई थी, जबकि 6 अन्य लोग लोग घायल हुए थे। सीबीआई ने मामले की जांच की थी।
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