नए साल की मुबारकबाद शरीयत के खिलाफ: बरेलवी मौलाना

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प्रतिरूप फोटो
ANI
अजय कुमार । Dec 30 2024 6:20PM

मौलाना शहाबुद्दीन रिजवी ने कहा कि नया साल जनवरी से शुरू होता है जो अंग्रेज, ईसाइयों का नया साल है। ईसाइयों का मजहबी, धार्मिक कार्यक्रम है और उसे वे हर साल के पहले दिन जश्न के रूप में मनाते हैं।

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के जिला बरेली के बरेलवी मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने नए वर्ष की मुबारकबाद देना और जश्न मनाना शरीयत के अनुसार नाजायज बताया है। ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने कहा कि नए साल का आगाज होने वाला है और नौजवान लड़के और लड़कियां जश्न मनाकर एक दूसरे को मुबारकबाद देते हैं।

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मौलाना शहाबुद्दीन रिजवी ने कहा कि नया साल जनवरी से शुरू होता है जो अंग्रेज, ईसाइयों का नया साल है। ईसाइयों का मजहबी, धार्मिक कार्यक्रम है और उसे वे हर साल के पहले दिन जश्न के रूप में मनाते हैं। इसलिए मुसलमानों को नए साल का जश्न मनाना जायज नहीं है। मौलाना ने कहा कि नए साल का जश्न मनाना, एक दूसरे को मुबारकबाद देना, पटाखे दागना, तालियां बजाना, शोर मचाना, सीटियां बजाना, लाइट बंद करके हुड़दंग करना और फिर लाइट को दोबारा जलाना, नाच गाना करना, शराब पीना, जुआ खेलना, मोबाइल वाट्सएप से एक-दूसरे को मैसेज भेजकर मुबारकबाद देना, ये सारे काम शरीयत की रोशनी में नाजायज हैं।

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