राम मंदिर उद्घाटन में शामिल होंगे सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे? कांग्रेस ने दिया बड़ा अपडेट

sonia kharge
ANI
अंकित सिंह । Dec 29 2023 4:59PM

अभिषेक समारोह 22 जनवरी को आयोजित किया जाना है, जिसमें प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, बॉलीवुड अभिनेता माधुरी दीक्षित और अमिताभ बच्चन सहित अन्य लोग शामिल होंगे। यह समारोह मंदिर में राम लला की मूर्ति की स्थापना का गवाह बनेगा।

अयोध्या में राम मंदिर के अभिषेक समारोह में कुछ ही हफ्ते बचे हैं, ऐसी खबरें आई हैं कि सोनिया गांधी और कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे के समारोह में शामिल होने पर अभी तक कोई फैसला नहीं हुआ है। कांग्रेस महासचिव संचार प्रभारी जयराम रमेश ने बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी को 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में राम मंदिर के प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने का निमंत्रण मिला है। निर्णय उचित समय पर लिया जाएगा और सूचित किया जाएगा। 

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अभिषेक समारोह 22 जनवरी को आयोजित किया जाना है, जिसमें प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, बॉलीवुड अभिनेता माधुरी दीक्षित और अमिताभ बच्चन सहित अन्य लोग शामिल होंगे। यह समारोह मंदिर में राम लला की मूर्ति की स्थापना का गवाह बनेगा। इस बीच, तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने गुरुवार को कहा कि उन्हें राम मंदिर अभिषेक में शामिल होने के लिए अभी तक औपचारिक निमंत्रण नहीं मिला है। राम मंदिर ट्रस्ट की ओर से सोनिया गांधी, अधीर रंजन चौधरी और मल्लिकार्जुन खड़गे जैसे वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं को समारोह में शामिल होने के लिए निमंत्रण भेजा गया है। 

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कांग्रेस के लिए उलझन

कांग्रेस के सामने 22 जनवरी को रामलाल की प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने का निमंत्रण तो है लेकिन इसको लेकर कौन सा कदम उठाना है, इस पर उलझन बरकरार है। कांग्रेस के सामने दुविधाओं का दौर है। अगर कांग्रेस नेता इस समारोह में शामिल होते हैं तो अल्पसंख्यक वोट बैंक के नाराज होने का डर है। तो दूसरी ओर इसमें शामिल नहीं होते हैं तो भाजपा के लिए हिंदुत्व के पिच पर कांग्रेस को घेरने का बड़ा मौका मिल जाएगा। अगर कांग्रेस नेतृत्व इस समारोह से किनारा करता है तो हिंदुत्व विरोधी ठप्पा और भी मजबूत हो सकता है। दिलचस्प बात यह भी है कि पिछले एक दशक से कांग्रेस मुस्लिम वोटो को एक बार फिर से लामबंद करने के लिए कड़ी मशक्कत करती नजर आ रही है। 1989 तक मुस्लिम वोट कांग्रेस के पक्ष में रहा।

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