West Bengal: IPS अफसर ने चुनाव लड़ने के लिए छोड़ी थी नौकरी, लेकिन हो गया बड़ा खेल, बीरभूम से बीजेपी उम्मीदवार का नामांकन क्यों हो गया खारिज?
देबाशीष धर ने पिछले महीने आईपीएस पद से इस्तीफा दे दिया था। पूर्व आईपीएस देबासिस धर को नामांकित किया गया था लेकिन वह इस्तीफे के बाद नो ड्यूज सर्टिफिकेट दाखिल नहीं कर सके। इसे पहले ही भांपते हुए बीजेपी ने आखिरी दिन देबतनु भट्टाचार्य का नामांकन फाइनल कर दिया> सूत्रों के मुताबिक अब वह बीजेपी के आधिकारिक उम्मीदवार होंगे।
बीरभूम से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार देबाशीष धर का नामांकन शुक्रवार को रद्द कर दिया गया। बताया जा रहा है कि वो 'नो ड्यूज सर्टिफिकेट' पेश करने में विफल रहे। इससे पहले देबाशीष धर ने पिछले महीने आईपीएस पद से इस्तीफा दे दिया था। पूर्व आईपीएस देबासिस धर को नामांकित किया गया था लेकिन वह इस्तीफे के बाद नो ड्यूज सर्टिफिकेट दाखिल नहीं कर सके। इसे पहले ही भांपते हुए बीजेपी ने आखिरी दिन देबतनु भट्टाचार्य का नामांकन फाइनल कर दिया> सूत्रों के मुताबिक अब वह बीजेपी के आधिकारिक उम्मीदवार होंगे।
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इस बीच, चुनाव आयोग के एक अधिकारी ने शुक्रवार को कहा कि पश्चिम बंगाल के तीन लोकसभा क्षेत्रों में सुबह 11 बजे तक 51.17 लाख मतदाताओं में से 31 प्रतिशत से अधिक ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। दार्जिलिंग, बालुरघाट और रायगंज लोकसभा क्षेत्रों में मतदान सुबह 7 बजे शुरू हुआ और शाम 6 बजे तक जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि दार्जिलिंग में सबसे अधिक 32.75 प्रतिशत मतदान हुआ, जबकि रायगंज और बालुरघाट में क्रमश: 32.51 प्रतिशत और 28.11 प्रतिशत मतदान हुआ। अधिकारी ने बताया कि आयोग को अब तक 290 शिकायतें मिली हैं, जिनमें से ज्यादातर ईवीएम में खराबी से संबंधित हैं। दूसरे चरण की तीन सीटों के लिए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार समेत कुल 47 उम्मीदवार मैदान में हैं।
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