PDP की साख बचाने महबूबा मैदान में, विस्थापित कश्मीरी पंडितों को मताधिकार की सुविधा, कश्मीर के लिए इस बार का लोकसभा चुनाव इतना ज़रूरी क्यों है?

Kashmir
Creative Common
अभिनय आकाश । May 24 2024 6:48PM

सुरक्षा तैनाती चरणबद्ध तरीके से की गई है। प्रत्येक मतदान केंद्र को सीसीटीवी कैमरे से कवर किया गया है। उन मतदान केंद्रों की पहचान की गई है जो उग्रवाद के केंद्र में स्थित हैं पुलिस विश्लेषण के आधार पर न केवल पुलिस बल्कि सीआरपीएफ और सेना की राष्ट्रीय राइफल्स इकाई की तैनाती भी महत्वपूर्ण है।

25 मई को होने वाले लोकसभा चुनाव के छठे चरण से पहले पुंछ में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पुंछ जिला चुनाव अधिकारी मो. यासीन चौधरी ने कहा क िपुंछ में 3 विधानसभा क्षेत्रों में 474 मतदान केंद्र हैं। एक मतदान केंद्र की गंभीरता पिछले चुनावों के मतदाता मतदान के अनुसार तय की जाती है। 474 में से, पुंछ में 261 मतदान केंद्र महत्वपूर्ण हैं और उन 261 में से, 191 मतदान केंद्र संवेदनशील हैं। सुरक्षा तैनाती चरणबद्ध तरीके से की गई है। प्रत्येक मतदान केंद्र को सीसीटीवी कैमरे से कवर किया गया है। उन मतदान केंद्रों की पहचान की गई है जो उग्रवाद के केंद्र में स्थित हैं पुलिस विश्लेषण के आधार पर न केवल पुलिस बल्कि सीआरपीएफ और सेना की राष्ट्रीय राइफल्स इकाई की तैनाती भी महत्वपूर्ण है।

इसे भी पढ़ें: PoK को लेकर BJP के दावों को Shashi Tharoor ने बताया चुनावी जुमला, ओवैसी ने पूछा- 10 साल क्या किया?

महबूबा मुफ्ती की अपील 

अनंतनाग-राजौरी लोकसभा क्षेत्र में चुनाव से एक दिन पहले पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने अपने मतदाताओं से अपील करते हुए कहा कि उम्मीद है कि आप मुझे निराश नहीं करेंगे और संसद में आपकी वकालत करने का अवसर प्रदान करेंगे। पीडीपी प्रमुख 2015 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से गठबंधन करने के बाद पार्टी की खोई जमीन वापस पाने की पुरजोर कोशिश कर रही हैं। इस निर्वाचन क्षेत्र पर उनका मुकाबला नेशनल कांफ्रेंस के मियां अल्ताफ और 18 अन्य प्रत्याशियों से है। 

इसे भी पढ़ें: Srinagar Museum पहुंचे सैकड़ों स्कूली छात्र, कश्मीर की प्राचीन और विविध विरासत के बारे में जाना

विस्थापित कश्मीरी पंडितों को मताधिकार की सुविधा

लोकसभा चुनाव के छठे चरण में जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग निर्वाचन क्षेत्र में शनिवार को होने वाले मतदान में 26 हजार से अधिक विस्थापित कश्मीरी पंडितों को मताधिकार की सुविधा सुनिश्चित करने के लिए देशभर में 34 मतदान केंद्र स्थापित किये गये हैं। अनंतनाग सीट पर चुनाव के साथ ही इस केंद्र शासित प्रदेश में मतदान समाप्त हो जाएगा। जम्मू-कश्मीर की अन्य चार सीट पर मतदान पहले ही संपन्न हो चुका है। परिसीमन के बाद अनंतनाग-राजौरी लोकसभा सीट अस्तित्व में आई। 

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़