सीएम योगी के ड्रीम प्रोजेक्ट 251 मीटर ऊंची श्री राम की प्रतिमा लगाए जाने से सहमत नही हैं वेदांती
पूर्व सांसद डॉ रामविलास दास वेदांती ने संतों के बीच सीएम योगी के ड्रीम प्रोजेक्ट 251 मीटर ऊंची श्री राम की प्रतिमा के बारे में बात करते हुए कहा कि अयोध्या को विकसित किया जाए लेकिन भगवान की शोभा और पूजा मंदिर में होती है चौराहों पर नहीं होती है।
अयोध्या। राम जन्मभूमि परिसर में भव्य मंदिर निर्माण हो रहा है वहीं उत्तर प्रदेश के योगी सरकार ने विकसित करने की योजना के बीच एक ड्रीम प्रोजेक्ट में 251 फुट ऊंची भगवान श्री राम की प्रतिमा लगाए जाने योजना के पक्ष में कई संत नही है। तो वहीं पूर्व सांसद डॉ रामविलास दास वेदांती भी सरकार की इस योजना पर कटाक्ष किया है।
राम नगरी अयोध्या में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा भगवान श्री राम के विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा लगाए जाने के ड्रीम प्रोजेक्ट तैयार किया है लगभग 251 फुट ऊंची भगवान श्री राम की प्रतिमा अयोध्या के मांझा बरहटा क्षेत्र में लगाए जाने के लिए प्रस्तावित है। जिसको लेकर भूमि अधिग्रहण की तैयारी की जा रही है। लेकिन गांव के लोगों के विरोध के कारण अभी तक भूमि अधिग्रहण नहीं हो सका है जिला प्रशासन का आवास विकास परिषद जमीन अधिग्रहण को लेकर गांव के लोगों के बीच वार्ता कर रहे हैं।
पूर्व सांसद डॉ रामविलास दास वेदांती ने संतों के बीच सरकार की इस योजना का बखान करते हुए कहा कि अयोध्या को विकसित किया जाए लेकिन भगवान की शोभा और पूजा मंदिर में होती है चौराहों पर नहीं होती है। इसलिए चाहता हूं कि भगवान श्री रामलला की पूजा राम जन्मभूमि परिसर में ही हो ना कि चौराहों पर इसके लिए केंद्र व प्रदेश सरकार से मुलाकात कर वार्ता की जाएगी। वहीं कहा कि भगवान कण कण में वास करते है। और हृदय में भगवान की पूजा होती है। उसी तरह अपने हृदय में श्री रामलला को स्थापित करके उनकी पूजा करें।
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