5 जवानों की शहादत के बदले की आग, आतंकी मंसूबे होंगे खाक, कठुआ हमले पर राजनाथ सिंह का बड़ा बयान, जानें क्या कहा
सेना की तरफ से ऑपरेशन ऑल आउट चलाया गया था। घाटी में कहीं न कहीं आतंकियों की कमर टूट गई। उनका जो नेटवर्क था पूरी तरह से ध्वस्त हो गया। फाइनेंसिंग पर भी करारी चोट लगी। ऐसे में अब आतंकियों ने पुराने तरीके को अपनाया है।
कठुआ हमले को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का बयान सामने आया है। पांच जवानों की शहादत से दुख है। राजनाथ सिंह ने आगे लिखा है कि शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं, इस कठिन समय में राष्ट्र उनके साथ मजबूती से खड़ा है। आतंकवाद विरोधी अभियान चल रहे हैं और हमारे सैनिक क्षेत्र में शांति और व्यवस्था कायम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। मैं इस कायरतापूर्ण आतंकी हमले में घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं। आपको बता दें कि सेना की तरफ से ऑपरेशन ऑल आउट चलाया गया था। घाटी में कहीं न कहीं आतंकियों की कमर टूट गई। उनका जो नेटवर्क था पूरी तरह से ध्वस्त हो गया। फाइनेंसिंग पर भी करारी चोट लगी। ऐसे में अब आतंकियों ने पुराने तरीके को अपनाया है।
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सेना का ज्वाइंट ऑपरेशन शुरू, मेटल डिटेक्टर और डॉग स्कॉड की ली जा रही मदद
जम्मू कश्मीर के कठुआ जिले में सेना के एक गश्ती दल पर घात लगाकर हमला करने वाले आतंकवादियों को पकड़ने के लिए व्यापक संयुक्त तलाश अभियान शुरू किया गया। इस हमले में पांच जवान शहीद हो गए थे। अधिकारियों ने बताया कि जमीनी खोज दल हेलीकॉप्टर और यूएवी निगरानी के साथ तलाश अभियान चला रहे हैं। इसमें खोजी कुत्तों और मेटल डिटेक्टर की मदद भी ली जा रही है। इस क्षेत्र में घने जंगलों में तलाश अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सेना, पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने माचेडी, बदनोत, किंडली और लोहई मल्हार इलाकों में घेराबंदी की और तलाश अभियान शुरू किया।
5 जवान पर घात लगाकर हमला
कठुआ जिले के माचेडी इलाके में सोमवार को सेना के एक ट्रक पर घात लगाकर किये गए आतंकवादियों के हमले में जूनियर कमीशन अधिकारी (जेसीओ) समेत पांच जवान शहीद हो गए और पांच अन्य घायल हुए हैं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। सूत्रों के अनुसार, ऐसा माना जा रहा है कि तीन से चार आतंकवादियों ने हमले को अंजाम दिया जिनमें ज्यादातर विदेशी थे। वे उसी समूह का हिस्सा हैं जो बसनगढ़ हमले में शामिल थे। बसनगढ़ के पनारा गांव में 28 अप्रैल को आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में एक ग्राम रक्षा प्रहरी मोहम्मद शरीफ की मौत हो गयी थी। सुरक्षा बलों ने जून में कठुआ जिले के बानी, डग्गर और किंडली इलाकों के ऊपरी क्षेत्रों में एक समूह की गतिविधियों का पता लगाया था और तलाश अभियान चलाया था।
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