'...तुम हमें अपनी ज़मीन दो और हम तुम्हें ग्रुप-डी की नौकरी देंगे', लालू परिवार पर सुशील मोदी का निशाना
सुशील मोदी ने कहा कि जब लालू यादव रेल मंत्री थे, तो उन्होंने ग्रुप-डी की नौकरी देने के बदले में दर्जनों लोगों से ज़मीन लिखवा ली थी। इनका ये कहना था कि तुम हमें अपनी ज़मीन दो और हम तुम्हें ग्रुप-डी की नौकरी देंगे।
केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो की ओर से लालू यादव और उनके परिवार से जुड़े 17 ठिकानों पर छापेमारी की गई। इसके साथ ही सीबीआई ने रेलवे में नौकरियों के बदले उम्मीदवारों से जमीन लेने के आरोप में लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ एक नया मामला दर्ज किया है। अब इसी को लेकर बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और भाजपा नेता सुशील मोदी ने बड़ा बयान दिया है। सुशील मोदी ने कहा कि जब लालू यादव रेल मंत्री थे, तो उन्होंने ग्रुप-डी की नौकरी देने के बदले में दर्जनों लोगों से ज़मीन लिखवा ली थी। इनका ये कहना था कि तुम हमें अपनी ज़मीन दो और हम तुम्हें ग्रुप-डी की नौकरी देंगे।
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लालू परिवार पर हमला करते हुए वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा कि ये ज़मीन सीधे अपने नाम नहीं लिखवाते थे बल्कि किसी और के नाम पर ज़मीन लिखवाकर उसे 5-6 साल बाद उनसे उस ज़मीन को खुद को उपहार में दिलवा लेते थे, यह था इनके काम करने का ढंग। पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने तेजस्वी पर निशाना साधते हुए लिखा कि घर का भेदी लंका ढाए, मौका देख बाहर उड़ जाए। आपको बता दें कि यह कथित घोटाला तब का है जब लालू प्रसाद यादव संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार में केंद्रीय मंत्री थे। सीबीआई ने आरोपों की प्रारंभिक जांच दर्ज की थी, जिसे प्राथमिकी में बदल दिया गया है। यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी, बेटी मीसा तथा हेमा के अलावा कई उम्मीदवारों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के बाद सीबीआई ने शुक्रवार की सुबह दिल्ली, पटना और गोपालगंज में 16 स्थानों पर तलाशी ली।
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अधिकारियों ने बताया कि जांच एजेंसी ने भारतीय दंड संहिता की धारा 120-बी और भ्रष्टाचार निरोधक कानून के प्रावधानों के तहत प्राथमिकी दर्ज की है। भादसं की धारा 120-बी आपराधिक षडयंत्र से जुड़ी है। ऐसा आरोप है कि लालू प्रसाद यादव के 2008 से 2009 तक रेल मंत्री रहते हुए रेलवे में नौकरियों के बदले में यादव परिवार को कई संपत्तियां दी गयी, जो प्रमुख स्थानों पर थीं। यह नया मामला तब दर्ज किया गया है जब हफ्तों पहले यादव को चारा घोटाला मामले में जमानत पर रिहा किया गया। इस मामले में रांची में विशेष अदालत ने उन्हें दोषी ठहराया था। राष्ट्रीय जनता दल ने सीबीआई पर तंज कसते हुए ट्वीट किया, ‘‘तोता है, तोतों का क्या।’’ गौरतलब है कि उच्चतम न्यायालय ने पूर्ववर्ती संप्रग सरकार के दौरान सीबीआई को राजनीतिक आकाओं का ‘‘तोता’’ कहा था।
जब लालू यादव रेल मंत्री थे, तो उन्होंने ग्रुप-डी की नौकरी देने के बदले में दर्जनों लोगों से ज़मीन लिखवा ली थी। इनका ये कहना था कि तुम हमें अपनी ज़मीन दो और हम तुम्हें ग्रुप-डी की नौकरी देंगे: लालू यादव के कई ठिकानों पर CBI की छापेमारी पर BJP नेता सुशील मोदी pic.twitter.com/kBT1yeUj3Y
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 20, 2022
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