सुहेलदेव पार्टी की धमकी, कहा- मांगें नहीं सुनी तो भाजपा से तोड़ लेंगे नाता
सामाजिक न्याय समिति का गठन पिछले साल मई में किया गया था। समिति ने पिछड़े वर्ग को तीन वर्ग में यानी पिछड़ा, अति पिछड़ा और सर्वाधिक पिछड़ा में बांटने की वकालत की थी।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के सहयोगी दल सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ने रविवार को कहा कि अगर 24 फरवरी तक सामाजिक न्याय समिति की सिफारिशें लागू नहीं की गई तो वह भाजपा से अपने रिश्ते तोड़ सकती है। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के महासचिव अरुण राजभर ने बताया कि अगर भाजपा हमारी ओर से उठाई गई मांगों से सहमत नहीं होती है तो निश्चित तौर पर हम उनसे रिश्ता तोड़ देंगे। अगर सामाजिक न्याय समिति की सिफारिशों को 24 फरवरी तक लागू नहीं किया गया तो हमारा भाजपा से रास्ता अलग होगा और उसके बाद हम उत्तर प्रदेश की सभी 80 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेंगे।
आज जनपद #लखीमपुर_खीरी में #सुहेलदेव_भारतीय_समाज_पार्टी_द्वारा_आयोजित_अतिपिछड़ा_अतिदलित_भागीदारी_जनसभा_को_संबोधित_किया.....@ANINewsUP @AmitShah @BJP4UP @kpmaurya1 @myogiadityanath pic.twitter.com/awjIG8CdKj
— Om Prakash Rajbhar (@oprajbhar) February 6, 2019
उन्होंने कहा, ‘‘हम आवश्यकता पड़ने पर भाजपा विरोधी गठबंधन के साथ भी जा सकते हैं। उनके साथ कई दौर की वार्ता हो चुकी है।’’ राजभर ने कहा कि यह अंतिम चेतावनी है और 24 फरवरी के बाद भाजपा के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा। भाजपा ने वादा किया था सामाजिक न्याय समिति की सिफारिशें लोकसभा चुनाव के छह महीने पहले लागू कर दी जायेंगी लेकिन इस दिशा में कोई प्रगति नहीं हुई।
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सामाजिक न्याय समिति का गठन पिछले साल मई में किया गया था। समिति ने पिछड़े वर्ग को तीन वर्ग में यानी पिछड़ा, अति पिछड़ा और सर्वाधिक पिछड़ा में बांटने की वकालत की थी। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ने छह फरवरी को कहा था कि अगले आम चुनाव में सपा-बसपा गठबंधन के साथ जाने का विकल्प उसके लिए खुला है।
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