Assembly Election Results: Sharad Pawar बोले- चुनावी नतीजों का I.N.D.I.A. गठबंधन पर नहीं पड़ेगा असर
राकांपा के दिग्गज नेता और विपक्षी नेता पवार ने कहा कि लोगों को यह स्वीकार करना चाहिए कि मौजूदा रुझान भाजपा के पक्ष में हैं और तेलंगाना के बारे में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी, जहां बीआरएस कांग्रेस से पीछे चल रही है। उन्होंने यह भी कहा कि राहुल गांधी की रैली को तेलंगाना में भारी प्रतिक्रिया मिली जिससे बदलाव की उम्मीदें बढ़ीं।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार ने रविवार को कहा कि चार राज्यों में विधानसभा चुनाव के नतीजों का आई.एन.डी.आई.ए. गठबंधन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा जिसमें कांग्रेस के नेतृत्व में 25 से अधिक विपक्षी दल शामिल हैं। उनका यह बयान तब आया है जब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में चुनाव जीतने के लिए तैयार है, जबकि कांग्रेस तेलंगाना में आगे चल रही है।
इसे भी पढ़ें: Prabhasakshi NewsRoom: चाचा Pawar की राजनीतिक गुगली का भतीजे Ajit ने किया खुलासा, 'नौटंकी' को सच मानकर टकटकी लगाये देख रहे थे लोग!
राकांपा के दिग्गज नेता और विपक्षी नेता पवार ने कहा कि लोगों को यह स्वीकार करना चाहिए कि मौजूदा रुझान भाजपा के पक्ष में हैं और तेलंगाना के बारे में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी, जहां बीआरएस कांग्रेस से पीछे चल रही है। उन्होंने यह भी कहा कि राहुल गांधी की रैली को तेलंगाना में भारी प्रतिक्रिया मिली जिससे बदलाव की उम्मीदें बढ़ीं। वहीं, सुप्रिया सुले ने कहा कि ये लिटमस टेस्ट नहीं है। साल 2019 में राजस्थान और मध्य प्रदेश, दोनों राज्यों में कांग्रेस जीती थी और लोकसभा चुनाव में कुछ और हुआ था। लोकसभा और विधानसभा काफी अलग होते हैं... जैसी लड़ाई होगी उसी हिसाब से पता चलेगा कि लोकसभा में क्या होगा... लड़ाई में मेहनत करने में क्या है, हार-जीत तो होती रहती है।
इसे भी पढ़ें: Sharad Pawar बोले- जो पार्टी छोड़ गए उनकी चिंता नहीं, वक्त आने पर बताऊंगा कितने विधायक हमारे साथ
पवार की NCP भारतीय राष्ट्रीय विकासात्मक समावेशी गठबंधन (INDIA) का हिस्सा है, जिसका गठन 2024 के लोकसभा चुनावों में सत्तारूढ़ भाजपा से मुकाबला करने के लिए किया गया था। राकांपा का एक धड़ा पार्टी में विभाजन के बाद भाजपा के साथ जुड़ा हुआ है, जब उनके भतीजे अजीत पवार महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार में शामिल हो गए। इससे पहले शरद पवार ने कहा था कि अजित पवार का 2019 में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेना एक गलत फैसला था. उन्होंने विस्तार से बताया कि अजित की इच्छा भाजपा के साथ जुड़ने की थी लेकिन यह हमें स्वीकार्य नहीं था।
अन्य न्यूज़