गोरखपुर में एक कारखाने में बॉयलर फटने में सात श्रमिक घायल, दो की हालत गंभीर

boiler explosion
प्रतिरूप फोटो
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हिमांशु मणि त्रिपाठी के स्वामित्व वाले कारखाने में कार्डबोर्ड और पेपर प्लेट जैसी पैकेजिंग सामग्री के साथ-साथ खाद्य पदार्थ ‘नूडल्स’ का उत्पादन होता है। अधिकारी फैक्टरी मालिक से संपर्क करने का प्रयास कर रहे हैं।

 गोरखपुर में खाद्य तथा पैकेजिंग सामग्री बनाने वाले एक कारखाने में बुधवार को बॉयलर फटने से कम से कम सात श्रमिक घायल हो गए जिनमें से दो की हालत गंभीर बताई जा रही है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

अधिकारियों ने बताया कि घटना गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) सेक्टर-13 में ‘टोटल फास्ट-फूड प्रोडक्ट्स लिमिटेड’ में हुई जहां विस्फोट के बाद कारखाने का टिन शेड और चारदीवारी आंशिक रूप से ढह गए।

धमाका इतना तेज था कि इसकी आवाज कई किलोमीटर दूर तक सुनी गई, जिससे इलाके में दहशत फैल गई। अधिकारियों ने बताया कि घटना में सात श्रमिक घायल हो गए जिनमें से उमर फारूक और माजिद गंभीर रूप से घायल हैं।

उन्होंने बताया कि श्रमिकों को पहले पिपरौली के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया और बाद में उन्हें बीआरडी मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। पुलिस अधीक्षक (उत्तरी) जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘स्थिति का जायजा लेने के लिए तकनीकी विशेषज्ञों को बुलाया गया है। प्रथम दृष्टया ऐसा लगता है कि धमाका बॉयलर फटने के कारण हुआ है।’’

आयुक्त, जिला अधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सहित वरिष्ठ अधिकारियों ने अस्पताल का दौरा किया और चिकित्सा कर्मचारियों को बेहतर उपचार के निर्देश दिए। इस बीच, लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना का संज्ञान लिया और अधिकारियों को घायलों को सर्वोत्तम संभव चिकित्सा सुविधा सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।

हिमांशु मणि त्रिपाठी के स्वामित्व वाले कारखाने में कार्डबोर्ड और पेपर प्लेट जैसी पैकेजिंग सामग्री के साथ-साथ खाद्य पदार्थ ‘नूडल्स’ का उत्पादन होता है। अधिकारी फैक्टरी मालिक से संपर्क करने का प्रयास कर रहे हैं।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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