कांग्रेस विधायक दल की बैठक रही बेनतीजा, वी नारायणसामी का विपक्ष के पास 11 विधायक होने का दावा
मुख्यमंत्री आवास में हुई कांग्रेस विधायक दल की बैठक के बाद नारायणसामी ने दावा किया कि केंद्र शासित प्रदेश की विधानसभा में नामित किए गए तीनों (भाजपा) विधायकों को विश्वास प्रस्ताव के दौरान मतदान का अधिकार नहीं है।
पुडुचेरी। पुडुचेरी में उप राज्यपाल तमिलिसाई सौंदरराजन द्वारा मुख्यमंत्री वी नारायणसामी को 22 फरवरी को विधानसभा में बहुमत साबित करने का निर्देश दिए जाने के बाद बृहस्पतिवार रात हुई सत्तारूढ़ कांग्रेस विधायक दल की बैठक बेनतीजा रही। बैठक के दौरान आगे की रणनीति पर कोई निर्णय नहीं लिया जा सका और बहुमत साबित करने से एक दिन पहले बैठक करने का संकल्प लिया गया। मुख्यमंत्री आवास में हुई कांग्रेस विधायक दल की बैठक के बाद नारायणसामी ने दावा किया कि केंद्र शासित प्रदेश की विधानसभा में नामित किए गए तीनों (भाजपा) विधायकों को विश्वास प्रस्ताव के दौरान मतदान का अधिकार नहीं है।
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उन्होंने कहा कि इस तरह विपक्ष के पास 14 नहीं बल्कि 11 विधायकों का संख्याबल है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह इस मुद्दे को लेकर विधि विशेषज्ञों की सलाह लेंगे। पिछले महीने से दो मंत्रियों सहित चार विधायकों के इस्तीफे के बाद नारायणसामी सरकार संकट का सामना कर रही है। पुडुचेरी की नवनियुक्त उप राज्यपाल सौंदरराजन ने 22 फरवरी को विधानसभा का सत्र बुलाया है, जिस दौरान विश्वास मत के जरिए नारायणसामी सरकार का भविष्य निर्धारित होगा। पुडुचेरी की 33 सदस्यीय विधानसभा में अभी 28 सदस्य ही हैं, जिनमें कांग्रेस के 10 सदस्य हैं और इनमें विधानसभा अध्यक्ष भी शामिल हैं। कांग्रेस के गठबंधन साझेदार द्रमुक के तीन सदस्य तथा माहे क्षेत्र से एक निर्दलीय विधायक का भी नारायणसामी नीत सरकार को समर्थन प्राप्त है। वहीं, विपक्षी दलों के 14 सदस्य हैं।
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