Loksabha Elections: PM Modi ने दक्षिण और Amit Shah ने North-East में BJP को प्रचंड जीत दिलाने के लिए संभाला मोर्चा

PM Modi Kochi
ANI

प्रधानमंत्री मोदी एक महीने में तीसरी बार दक्षिणी राज्यों का दौरा करेंगे और अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा से पहले महाराष्ट्र भी जाएंगे। इस यात्रा के दौरान वह हजारों करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास के साथ ही कई कार्यक्रमों की शुरुआत भी करेंगे।

नजदीक आते लोकसभा चुनावों से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने भाजपा की चुनावी तैयारियों को अंतिम रूप देते हुए देशभर का दौरा कार्यक्रम तेज कर दिया है। इस कड़ी में प्रधानमंत्री ने दक्षिण और पश्चिमी राज्यों को और अमित शाह ने पूर्वोत्तर को संभाला हुआ है। उल्लेखनीय है कि 2019 के लोकसभा चुनावों में भाजपा का पूर्वोत्तर में अच्छा प्रदर्शन रहा था लेकिन दक्षिण में कर्नाटक के अलावा वह अन्य किसी राज्य में ज्यादा प्रभाव नहीं छोड़ पाई थी। कर्नाटक और तेलंगाना विधानसभा चुनावों में हार के बाद से भाजपा ने दक्षिण पर ज्यादा फोकस करना शुरू किया है इस क्रम में प्रधानमंत्री इस साल की शुरुआत से ही दक्षिण का दौरा कर रहे हैं। वहीं पूर्वोत्तर में इस समय राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा पहुँची हुई है इसलिए अमित शाह ने अब वहां खुद मोर्चा संभाल लिया है। हाल ही में भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा भी पूर्वोत्तर राज्यों का दौरा करके आये हैं। इसके अलावा भाजपा ने सहयोगी दलों के साथ सीटों के बंटवारे को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है और जल्द ही इस आशय में बड़ी घोषणा भी की जा सकती है।

प्रधानमंत्री के दौरों पर एक नजर

जहां तक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दौरों की बात है तो आपको बता दें कि वह एक महीने में तीसरी बार दक्षिणी राज्यों का दौरा करेंगे और अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा से पहले महाराष्ट्र भी जाएंगे। इस यात्रा के दौरान वह हजारों करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास के साथ ही कई कार्यक्रमों की शुरुआत भी करेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है, "प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 19 जनवरी को महाराष्ट्र, कर्नाटक और तमिलनाडु का दौरा करेंगे।" बयान में कहा गया है कि वह सुबह लगभग 10:45 बजे महाराष्ट्र के सोलापुर में कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास करेंगे, इसके बाद दोपहर लगभग 2:45 बजे कर्नाटक के बेंगलुरु में बोइंग इंडिया इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी सेंटर का उद्घाटन करेंगे तथा बोइंग सुकन्या कार्यक्रम की शुरुआत करेंगे। बयान में कहा गया है कि शाम लगभग छह बजे प्रधानमंत्री तमिलनाडु के चेन्नई में खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2024 के उद्घाटन समारोह में शामिल होंगे। तीन राज्यों के उनके एकदिवसीय दौरे की शुरुआत महाराष्ट्र के सोलापुर से होगी जहां वह एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान महाराष्ट्र में लगभग 2,000 करोड़ रुपये की आठ अमृत (कायाकल्प और शहरी परिवर्तन के लिए अटल मिशन) परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे।

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बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री महाराष्ट्र में प्रधानमंत्री आवास योजना-शहरी के तहत निर्मित 90,000 से अधिक घर लाभार्थियों को सौंपेंगे। इसके अलावा, वह सोलापुर में रायनगर हाउसिंग सोसाइटी के 15,000 घर भी सौंपेगे, जिनके लाभार्थियों में हजारों हथकरघा श्रमिक, विक्रेता, पावरलूम श्रमिक, कचरा बीनने वाले, बीड़ी श्रमिक, ड्राइवर और अन्य शामिल हैं। बयान के अनुसार, प्रधानमंत्री कार्यक्रम के दौरान महाराष्ट्र में पीएम-स्वनिधि के 10,000 लाभार्थियों को पहली और दूसरी किस्त के वितरण की शुरुआत करेंगे। बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री बेंगलुरु में नए अत्याधुनिक बोइंग इंडिया इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी सेंटर (बीआईईटीसी) परिसर का उद्घाटन करेंगे। इसके अनुसार करीब 1,600 करोड़ रुपये के निवेश से निर्मित, 43 एकड़ का यह परिसर अमेरिका के बाहर बोइंग का सबसे बड़ा निवेश है। बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री बोइंग सुकन्या कार्यक्रम की भी शुरूआत करेंगे जिसका उद्देश्य देश भर से कुछ और लड़कियों को देश के बढ़ते विमानन क्षेत्र में प्रवेश का समर्थन करना है।

पीएमओ ने बयान में बताया कि प्रधानमंत्री की जमीनी स्तर पर खेलों के विकास को बढ़ावा देने और उभरती खेल प्रतिभाओं को पोषित करने की अटूट प्रतिबद्धता के नतीजतन खेलो इंडिया यूथ गेम्स की शुरुआत हुई। बयान में कहा गया है कि अपनी इस यात्रा में प्रधानमंत्री छठे खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2024 के उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि होंगे। यह चेन्नई के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में आयोजित किया जाएगा। खेलो इंडिया यूथ गेम्स के इस संस्करण में 5600 से ज्यादा एथलीट भाग लेंगे। ये 15 स्थलों पर 13 दिनों तक चलेगा। इसमें 26 खेल विधाएं, 275 से अधिक स्पर्धाएं और एक डेमो खेल शामिल होगा। ये 26 खेल विधाएं फुटबॉल, वॉलीबॉल, बैडमिंटन जैसे पारंपरिक खेलों और कलरिपयट्टू, गटका, थांग ता, कबड्डी और योगासन जैसे पारंपरिक खेलों का मिश्रण हैं। बयान में कहा गया है कि तमिलनाडु के पारंपरिक खेल सिलंबम को खेलो इंडिया यूथ गेम्स के इतिहास में पहली बार डेमो खेल के रूप में प्रस्तुत किया जा रहा है। बयान में कहा गया है कि उद्घाटन समारोह के दौरान प्रधानमंत्री, प्रसारण क्षेत्र से जुड़ी करीब 250 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की शुरुआत और शिलान्यास भी करेंगे। हम आपको बता दें कि प्रधानमंत्री ने इस साल कई शुरुआत दक्षिण भारतीय राज्यों से की थी। प्रधानमंत्री ने नए साल के पहले हफ्ते के तीन दिन तमिलनाडु, लक्षद्वीप और केरल में बिताए।

गृह मंत्री के दौरों पर एक नजर

दूसरी ओर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की बात करें तो वह 18 जनवरी से असम और मेघालय की तीन दिवसीय यात्रा करेंगे। अपनी यात्रा के दौरान वह उत्तर पूर्वी परिषद (एनईसी) के पूर्ण सत्र, असम पुलिस कमांडो की पासिंग आउट परेड में भाग लेंगे और एक साइबर सुरक्षा परिचालन केंद्र का उद्घाटन करेंगे। अमित शाह असम के तेजपुर में सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के 61वें स्थापना दिवस समारोह में भी हिस्सा लेंगे। बृहस्पतिवार को शिलॉंग पहुंचने के बाद गृह मंत्री ने मेघालय की राजधानी में अर्द्धसैनिक बल के मुख्यालय के परिसर में असम राइफल्स के एक साइबर सुरक्षा परिचालन केंद्र का उद्घाटन किया। शुक्रवार को, शाह शिलॉंग में राज्य सम्मेलन केंद्र में एनईसी के 71वें पूर्ण सत्र में भाग लेंगे और बाद में उसी स्थान पर पूर्वोत्तर अंतरिक्ष अनुप्रयोग केंद्र (एनईएसएसी) के कामकाज की समीक्षा करेंगे। गृह मंत्री शनिवार को तेजपुर में एसएसबी परिसर में एसएसबी के 61वें स्थापना दिवस समारोह में शामिल होंगे। दोपहर में वह सोनितपुर जिले के ढेकियाजुली में ऑल बाथौ महासभा के 13वें त्रिवार्षिक सम्मेलन में भाग लेंगे। शाम को शाह गुवाहाटी के सरुसजाई स्टेडियम में असम पुलिस कमांडो की पासिंग आउट परेड में शामिल होंगे। बाद में, वह शहर के श्रीमंत शंकरदेव अंतरराष्ट्रीय सभागार में ‘असम्स ब्रेवहार्ट लाचित बोड़फुकन’ नामक पुस्तक का विमोचन करेंगे। दिल्ली लौटने से पहले गृह मंत्री गुवाहाटी में ‘ब्रह्मपुत्र रिवरफ्रंट’ का भी उद्घाटन करेंगे।

भाजपा की चुनावी तैयारियां

जहां तक भाजपा की ओर से चुनावी तैयारियों की बात है तो आपको बता दें कि अभी एक दिन पहले ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा की मौजूदगी में भारतीय जनता पार्टी की एक अहम बैठक हुई जिसमें सभी 543 लोकसभा सीट पर प्रचार अभियान की रणनीति को लेकर विचार-विमर्श किया गया। बैठक में, पहली बार के मतदाताओं, सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों, अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी), अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी), युवाओं और महिलाओं को साधने की रणनीति पर भी जोर दिया गया। पार्टी महासचिव विनोद तावड़े ने बताया कि 300 से अधिक पार्टी नेताओं को संबोधित करते हुए नड्डा ने कहा कि 2014 में सत्ता में आने के बाद से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने गरीबों के कल्याण के लिए काम किया और उनके दूसरे कार्यकाल के दौरान भारत का वैश्विक कद कई गुना बढ़ा है। इस क्रम में उन्होंने भारत के विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने का जिक्र किया। तावड़े ने कहा कि बैठक में पार्टी नेताओं ने 2019 के चुनावों के कार्यक्रम के अनुसार अप्रैल-मई में संभावित लोकसभा चुनावों के मद्देनजर अभी से तैयारियों की उलटी गिनती शुरू कर दी है। उन्होंने कहा, 'हम न केवल भाजपा की जीत सुनिश्चित करने के लिए काम करेंगे बल्कि अपने सहयोगियों की भी जीत सुनिश्चित करेंगे, जहां से वे चुनाव लड़ेंगे।" पार्टी नेता विभिन्न मतदान समूहों से जुड़ने के लिए "गांव चलें" अभियान के हिस्से के रूप में गांवों में जाएंगे।

बैठक में यह संकेत देते हुए कि भाजपा अन्य दलों के नेताओं का स्वागत करना चाहती है, शाह ने कहा कि उन्हें ऐसी जानी-मानी हस्तियों और विभिन्न समुदायों के नेताओं से संपर्क करना चाहिए जो 'राष्ट्रवादी मुख्यधारा' का हिस्सा बनना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा का लक्ष्य केवल चुनाव जीतना नहीं है, बल्कि अपने संस्थापक दीन दयाल उपाध्याय के 'अंत्योदय' के ध्येय के अनुरूप सबसे वंचितों का उत्थान करना है। पार्टी नेताओं से सरकार की कई सफलताओं के साथ मतदाताओं तक पहुंचने का आह्वान करते हुए शाह ने कहा कि मोदी ने 'आत्मनिर्भर भारत' के विचार के इर्द-गिर्द देश को केंद्रित किया है जबकि इस दौरान सांस्कृतिक राष्ट्रवाद को भी बड़ा बढ़ावा मिला है। शाह का यह बयान ऐसे समय आया है जब अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर देश में एक माहौल बनता जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार भारत को एक बड़ी शक्ति बनाने की दिशा में काम कर रही है।

नड्डा ने अपने संबोधन में नेताओं से देश भर में पार्टी का और विस्तार सुनिश्चित करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि नेताओं को यह देखना चाहिए कि पार्टी को उन राज्यों में अधिक सीट पर जीत हासिल हो, जहां 2019 में उसे सीमित सफलता मिली थी। उन्होंने नीति आयोग की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि मोदी सरकार के तहत 25 करोड़ से अधिक लोगों को गरीबी से बाहर निकाला गया है। 

हम आपको बता दें कि भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी की रणनीति तैयार करने की खातिर हाल में कई बैठकें की हैं क्योंकि पार्टी मोदी को लगातार तीसरे कार्यकाल के लिए चुने जाने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती। पार्टी के भीतर एक राय है कि वह अनुकूल माहौल के बीच अपनी जीत को दोहराने के लिए अच्छी स्थिति में है, जिसमें राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का उत्साह, हालिया विधानसभा चुनावों में इसकी बड़ी जीत और विपक्षी खेमे में ‘बिखराव’ शामिल है।

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