PM Modi ने मणिपुर के लोगों को उनके हाल पर छोड़ा : Mallikarjun Kharge
खरगे ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘मणिपुर में लगातार जारी हिंसा के कारण अनगिनत जिंदगियों को तबाह हुए नौ महीने हो गए हैं, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी के पास राज्य का दौरा करने के लिए एक घंटा भी नहीं है। क्यों? उन्होंने आखिरी बार चुनाव प्रचार के लिए फरवरी, 2022 में मणिपुर का दौरा किया था और अब उन्होंने मणिपुर के लोगों को उनके हाल पर छोड़ दिया है।’’
नयी दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मणिपुर की स्थिति को लेकर सोमवार को आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूर्वोत्तर के इस राज्य के लोगों को उनके हाल पर छोड़ दिया है। उन्होंने यह दावा भी किया कि पिछले साल संसद से प्रधानमंत्री ने मणिपुर के लोगों को जो आश्वासन दिया था, वह भी खोखला लगता है। खरगे ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘मणिपुर में लगातार जारी हिंसा के कारण अनगिनत जिंदगियों को तबाह हुए नौ महीने हो गए हैं, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी के पास राज्य का दौरा करने के लिए एक घंटा भी नहीं है। क्यों? उन्होंने आखिरी बार चुनाव प्रचार के लिए फरवरी, 2022 में मणिपुर का दौरा किया था और अब उन्होंने मणिपुर के लोगों को उनके हाल पर छोड़ दिया है।’’
उनके मुताबिक, राज्य में 4 मई, 2023 से अब तक 200 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और 60,000 लोग विस्थापित हुए हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘लगभग 50,000 लोग पर्याप्त चिकित्सा सुविधाओं और भोजन के बिना घृणित परिस्थितियों में राहत शिविरों में रह रहे हैं। लोग पहले ही सब कुछ खो चुके हैं - अपना घर, अपनी आजीविका और अपना सामान। वे कहीं नहीं जा सकते। उनका भविष्य अंधकारमय है।’’ खरगे ने कहा, ‘‘कुछ खबरों के अनुसार, अकेले चुराचांदपुर के शिविरों में कुपोषण और बीमारी के कारण 80 से अधिक लोगों की मौत हो गई है। इम्फाल के शिविर भी बेहतर नहीं हैं। शिविरों में जो भी सहायता प्रदान की जा रही है वह अच्छे लोगों, गैर सरकारी संगठनों के सामूहिक प्रयासों से आई है, न कि राज्य सरकार द्वारा।’’
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उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा द्वारा दिखाई गई पूर्ण उदासीनता और उपेक्षा के कारण महिलाएं और बच्चे पीड़ित हैं। खरगे ने कहा, ‘‘एक जनवरी से ही दोबारा हुई हिंसा में 10 लोगों की मौत हो चुकी है। दो समुदायों के प्रशिक्षु पुलिसकर्मियों ने एक दूसरे पर गोली चलाई, 7 लोग घायल हो गए। 24 जनवरी को हमने देखा कि कैसे एक सशस्त्र समूह ने भारी सुरक्षा वाले कांगला किले में एक बैठक में भाग लेने के लिए सांसदों/विधायकों को मजबूर किया। उस बैठक के दौरान कांग्रेस की मणिपुर की इकाई के अध्यक्ष पर बेरहमी से हमला किया गया और उन्हें प्रताड़ित किया गया।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि अगस्त, 2023 में संसद में मणिपुर के लोगों को प्रधानमंत्री मोदी द्वारा दिया गया आश्वासन खोखला लगता है! कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘कोई सामान्य स्थिति और शांति नजर नहीं आ रही है।
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