कश्मीर में बगीचों में लहलहा रही है आलूबुखारे की फसल, रिकॉर्ड पैदावार से उत्पादकों के चेहरे खिले

kashmir plum
Prabhasakshi

प्रभासाक्षी से बाचतीत करते हुए आलू बुखारा उत्पादकों ने कहा कि इस साल की उपज पिछले रिकॉर्ड को पार कर सकती है जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को काफी बढ़ावा मिलेगा। उत्पादकों ने अच्छी फसल का श्रेय समय पर हुई बारिश और प्रभावी कीट प्रबंधन को दिया।

कश्मीरी आलू बुखारे की गुणवत्ता और स्वाद सबसे बेहतर होता है। इस समय कश्मीर में आलू बुखारा की फसल को पेड़ों से तोड़ा जा रहा है। आलूबुखारा उत्पादक आपको इस समय एक ओर फसल को एकत्रित करते और दूसरी ओर गत्तों के डब्बों में उसकी पैकिंग करते हुए दिख जायेंगे। हम आपको बता दें कि पेड़ों से ताजे तोड़े गए आलू बुखारा को पैक कर स्थानीय और दूसरे राज्यों के बाजारों में भेजा जाता है। इस समय आलू बुखारा के बगीचे रसीले आलू बुखारे से लहलहा रहे हैं। स्थानीय लोग, श्रमिक और पर्यटक आलू बुखारे के पेड़ों की ओर खूब आकर्षित हो रहे हैं।

इसे भी पढ़ें: Jammu-Kashmir में शहरों में ही नहीं बल्कि गांवों में भी पहुँच रहा है विकास, PM Modi के प्रति बढ़ रहा है जनविश्वास

प्रभासाक्षी से बाचतीत करते हुए आलू बुखारा उत्पादकों ने कहा कि इस साल की उपज पिछले रिकॉर्ड को पार कर सकती है जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को काफी बढ़ावा मिलेगा। उत्पादकों ने अच्छी फसल का श्रेय समय पर हुई बारिश और प्रभावी कीट प्रबंधन को दिया। उन्होंने बताया कि बगीचों में श्रमिक और उत्पादक सुबह 5 बजे से रात 8 बजे तक मेहनत करते हैं। उन्होंने कहा कि हम यह सुनिश्चित करते हैं कि फसल समय पर बाजारों में पहुँच सके।

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़