भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (NSUI) ने किया यूजीसी की गाइड लाइन का विरोध
एनएसयूआई प्रदेश प्रभारी नीतीश गौड़ ने बताया कि जब मुख्यमंत्री शिवराज चौहान द्वारा छात्रों को जरनल प्रमोशन देने को घोषणा कर दी गयी है, तो फिर विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) क्यों छात्रों को जिंदगी के साथ खिलवाड़ करना चाहती है।
भोपाल। विश्वविद्यालयों में परीक्षा करवाने के विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) के निर्णय को लेकर भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (NSUI) विरोध किया है। जिसको लेकर भोपाल मे एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने यूजीसी की गाइड लाइन की प्रति जलाकर विरोध प्रदर्शन किया। भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन का कहना है कि कोरोना महामारी के चलते, जब पूरे देश के परिवारों का जीवन अस्त व्यथ है, ऐसे परिस्थितियों में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC), केन्द्रीय गृह मंत्रालय द्वारा तुगलकी फरमान जारी कर विश्विद्यालय को परीक्षा करवाने के निर्देश दिए है। जबकि अभी छात्रों का आधे से ज्यादा कोर्स पढ़ाया जाना अभी बाकी है।
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भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (NSUI) की मध्य प्रदेश इकाई के प्रदेश प्रभारी नीतीश गौड़ के नेतृत्व में बुधवार को UGC की गाइडलाइं की प्रतियां जला कर विरोध प्रदर्शन किया गया। एनएसयूआई प्रदेश प्रभारी नीतीश गौड़ ने बताया कि जब मुख्यमंत्री शिवराज चौहान द्वारा छात्रों को जरनल प्रमोशन देने को घोषणा कर दी गयी है, तो फिर विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) क्यों छात्रों को जिंदगी के साथ खिलवाड़ करना चाहती है। एनएसयूआई ने इस दौरान माँग करते हुए कहा कि छात्रों के स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए जल्द से जल्द इस तुगलकी फरमान को वापस ले नहीं तो भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (NSUI) उग्र आंदोलन के करेगी। विरोध प्रदर्शन के दौरान भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (NSUI) के राष्ट्रीय सचिव और मध्य प्रदेश के प्रभारी नीतीश गौड़, प्रदेश प्रवक्ता विवेक त्रिपाठी, जिला अध्यक्ष आशुतोष चौकसे, सिहोर जिला अध्यक्ष देवेंद्र सिंह ठाकुर, रवि परमार, सोहन मेवाड़ा, सर्वेश व्यास, अमित लबाना सहित कई एनएसयूआई कार्यकर्ता उपस्थित रहे।।
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