एकनाथ शिंदे ने 34 विधायकों के समर्थन वाली चिट्ठी की जारी, शिवसेना के व्हिप को बताया गैरकानूनी
शिवसेना के बागी विधायक एकनाथ शिंदे ने 34 विधायकों के समर्थन वाली चिट्ठी जारी की है। आपको बता दें कि एकनाथ शिंदे ने दावा किया कि 46 विधायक उनके साथ हैं। जिनमें से 37 विधायक शिवसेना के हैं। ऐसे में एकनाथ शिंदे ने 34 विधायकों के समर्थन वाली चिट्ठी जारी की है।
मुंबई। महाराष्ट्र की सियासत ने नाटकीय ढंग अख्तियार किया हुआ है। शिवसेना के बागी विधायक एकनाथ शिंदे ने 34 विधायकों के समर्थन वाली चिट्ठी जारी की है। आपको बता दें कि एकनाथ शिंदे ने दावा किया कि 46 विधायक उनके साथ हैं। जिनमें से 37 विधायक शिवसेना के हैं। ऐसे में एकनाथ शिंदे ने 34 विधायकों के समर्थन वाली चिट्ठी जारी की है।
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प्राप्त जानकारी के मुताबिक, एकनाथ शिंदे द्वारा 34 विधायकों के समर्थन वाली चिट्ठी में शिवसेना के 31 विधायकों और 3 निर्दलीय विधायकों ने अपने दस्तखत किए हैं। जिसमें लिखा है कि पार्टी नेतृत्व ने साल 2019 के फैसले की अवहेलना की है। दरअसल, साल 2019 में हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव भाजपा और शिवसेना ने साथ मिलकर लड़ा था लेकिन चुनाव बाद शिवसेना ने गठबंधन तोड़ दिया था।
शिवसेना विधायक खुश नहीं
कहा जा रहा है कि शिवसेना विधायक साल 2019 के फैसले नाखुश हैं। क्योंकि शिवसेना ने भाजपा के साथ गठबंधन समाप्त कर एनसीपी और कांग्रेस के साथ महाविकास अघाड़ी गठबंधन में शामिल हो गए।
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शिवसेना का व्हिप गैरकानूनी
एकनाथ शिंदे ने शिवसेना की तरफ से जारी किए गए व्हिप को गैरकानूनी बताया। उन्होंने कहा कि शिवसेना विधायक भरत गोगावले को शिवसेना विधानमंडल का मुख्य प्रतिनिधि नियुक्त किया गया है। कारण यह है कि सुनील प्रभु द्वारा विधायकों की आज की बैठक के संबंध में जारी आदेश कानूनी रूप से अमान्य हैं।
एकनाथ शिंदे के शिवसेना विधायक दल के नेता के रूप में बने रहने को लेकर 34 विधायकों के समर्थन वाली चिट्ठी राज्यपाल के पास भेजी गई है।
शिवसेना विधिमंडळ मुख्य प्रतोद पदी शिवसेना आमदार श्री.भरत गोगावले यांची नियुक्ती करण्यात आली आहे. सबब, श्री.सुनील प्रभू यांनी आजच्या आमदारांच्या बैठकीबद्दल काढलेले आदेश कायदेशीरदृष्ट्या अवैध आहेत.
— Eknath Shinde - एकनाथ शिंदे (@mieknathshinde) June 22, 2022
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