मोहसिन रजा को मिला इनाम, योगी सरकार ने बनाया यूपी हज समिति का अध्यक्ष
विधान परिषद सदस्य मोहसिन रजा को राज्यपाल ने यूपी राज्य हज समिति के अध्यक्ष के रूप में निर्वाचन को अधिसूचित कर दिया है। इसका मतलब साफ है कि अब मोहसिन रजा यूपी राज्य हज समिति के कार्यालय पहुंचकर अपना कार्यभार संभालेंगे।
उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की नेतृत्व वाली पहली सरकार में अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री रहे मोहसिन रजा को हाल में ही नई मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली। इसके बाद से मोहसिन रजा को लेकर कई कयास लगाए जा रहे थे। इन सबके बीच मोहसिन रजा को एक बार फिर से योगी सरकार ने बड़ा इनाम दिया है। विधान परिषद सदस्य मोहसिन रजा को राज्यपाल ने यूपी राज्य हज समिति के अध्यक्ष के रूप में निर्वाचन को अधिसूचित कर दिया है। इसका मतलब साफ है कि अब मोहसिन रजा यूपी राज्य हज समिति के कार्यालय पहुंचकर अपना कार्यभार संभालेंगे।
इसे भी पढ़ें: विधानसभा चुनावों में भाजपा की जीत उसकी नीतियों को बढ़ते समर्थन को प्रदर्शित करती है
इसके साथ ही मोहसिन रजा को राज्यमंत्री का भी दर्जा प्राप्त हो गया। आपको बता दें कि योगी आदित्यनाथ की नेतृत्व वाली पहली सरकार में मोहसिन रजा अक्सर सुर्खियों में रहा करते थे। वह टीवी पर चर्चा में खूब शामिल होते थे। हालांकि, उन्हें योगी सरकार पार्ट 2 में जगह नहीं मिल पाई। भाजपा ने इस बार मोहसिन रजा की जगह दानिश आजाद अंसारी को अल्पसंख्यक कोटे से मंत्री बनाया। आपको बता दें कि दानिश आजाद बलिया जिले की बांसडीह विधानसभा स्थित अपायल गांव के रहने वाले हैं। वह उत्तर प्रदेश में भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के महामंत्री भी है।
इसे भी पढ़ें: 100 Powerful Indians: सबसे शक्तिशाली लोगों की लिस्ट में टॉप पर PM मोदी, योगी के ग्राफ में बड़ा इजाफा, जानिए राहुल का क्या है हाल?
आपको बता दें कि पिछली सरकार में उपमुख्यमंत्री रहे डॉक्टर दिनेश शर्मा समेत कई दिग्गजों को वर्तमान मंत्रिमंडल में मौका नहीं मिल सका है। डॉक्टर दिनेश शर्मा को इस बार सरकार में शामिल नहीं किया गया है। पिछली सरकार के प्रवक्ता और ऊर्जा मंत्री रहे श्रीकांत शर्मा और खादी ग्रामोद्योग मंत्री रहे सिद्धार्थनाथ सिंह को भी इस बार मौका नहीं मिला है। पिछली सरकार में एकमात्र मुस्लिम मंत्री के तौर पर शामिल किए गए अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री रहे मोहसिन रजा को भी इस बार मंत्री नहीं बनाया गया है। योगी नीत पिछली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह, आबकारी मंत्री रहे राम नरेश अग्निहोत्री, जल शक्ति मंत्री रहे डॉक्टर महेंद्र सिंह, नगर विकास मंत्री रहे आशुतोष टंडन और राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रहे डॉक्टर नीलकंठ तिवारी समेत कई नेता दोबारा मंत्रिमंडल में जगह पाने में असफल रहे।
अन्य न्यूज़