मोदी की संगम में डुबकी पर मायावती का तंज, कहा- पाप धुलने वाले नहीं
उन्होंने कहा कि जनता वैसे भी देश पर थोपी गई नोटबन्दी, जीएसटी, जातिवादी द्वेष, साम्प्रदायिकता, गरीबी तथा बेरोजगारी पैदा करने के लिये मोदी सरकार को इतनी आसानी से माफ नहीं करने वाली है।
लखनऊ। बसपा अध्यक्ष मायावती ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुम्भ के दौरान रविवार को संगम में डुबकी लगाये जाने पर तंज किया है। मायावती ने सोमवार को यहां एक बयान में कहा कि मोदी ने प्रयागराज में संगम में डुबकी भले लगा ली हो लेकिन पिछले पांच वर्षों के दौरान उनकी सरकार की घोर वादाख़िलाफी, जनता के प्रति विश्वासघात तथा अनेक अन्य प्रकार की सरकारी ज़ुल्म-ज़्यादती और पाप धुलने वाले नहीं हैं।
चुनाव के समय संगम में शाही स्नान करने से मोदी सरकार की चुनावी वादाखिलाफी,जनता से विश्वासघात व अन्य प्रकार की सरकारी ज़ुल्म-ज़्यादती व पाप क्या धुल जाएँगे? नोटबंदी,जीएसटी,जातिवाद, द्वेष व साम्प्रदायिकता आदि की ज़बर्दस्त मार से त्रस्त लोग क्या बीजेपी को इतनी आसानी से मांफ कर देंगे?
— Mayawati (@Mayawati) February 25, 2019
उन्होंने कहा कि जनता वैसे भी देश पर थोपी गई नोटबन्दी, जीएसटी, जातिवादी द्वेष, साम्प्रदायिकता, गरीबी तथा बेरोजगारी पैदा करने के लिये मोदी सरकार को इतनी आसानी से माफ नहीं करने वाली है। मायावती ने कहा कि जहां तक चुनाव से ऐन पहले केन्द्र की भाजपा सरकार द्वारा किसान सम्मान निधि योजना के तहत किसानों को छह हज़ार रुपये प्रतिवर्ष दिये जाने का सवाल है, तो यह स्पष्ट है कि मोदी सरकार को खेत-खलिहान और किसान के बारे में आधी-अधूरी समझ है। वास्तव में यह योजना दैनिक मजदूरी करने वाले भूमिहीन खेतिहर मज़दूरों के लिये होनी चाहिये थी, ना कि किसानों के लिये।
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उन्होंने कहा कि किसानों को किसी भी प्रकार की तुच्छ सरकारी भेंट नहीं बल्कि अपनी उपज का लाभकारी मूल्य चाहिये। भाजपा सरकार केवल इसी को सुनिश्चित कर दे तो यह उनके लिये बहुत होगा।
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