Vance Family ने किया Taj Mahal का दीदार, जाते जाते Modi के लिए बड़ी बात कह गये अमेरिकी उपराष्ट्रपति

JD Vance Taj Mahal
ANI

इस हाई-प्रोफाइल यात्रा के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। हवाई अड्डे से शिल्पग्राम होते हुए ताजमहल तक 12 किलोमीटर का रास्ता भारी सुरक्षा घेरे में था। अमेरिकी सुरक्षा एजेंसियों को तीन दिन पहले से ही आगरा में तैनात किया गया था।

अमेरिका के उप राष्ट्रपति जेम्स डेविड वेंस ने आज सपरिवार आगरा पहुंचकर ताजमहल का दीदार किया। अपनी पत्नी ऊषा और बच्चों के साथ आगरा पहुंचे वेंस की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खेरिया हवाई अड्डे पर अगवानी की। उसके बाद अमेरिकी उपराष्ट्रपति कार से ताजमहल परिसर पहुंचे और मोहब्बत की मिसाल मानी जाने वाली इस विश्व धरोहर का दीदार किया। वेंस ने ताजमहल का भ्रमण करने के बाद आगंतुक डायरी में लिखा, "ताजमहल अद्भुत है। यह सच्चे प्रेम, मानवीय प्रतिभा का प्रमाण है और भारत जैसे महान देश की एक लाजवाब कृति है।" अमेरिकी उपराष्ट्रपति का काफिला जिन मार्गों से गुजरा, उन्हें सजाया गया। सड़क के दोनों और बड़ी संख्या में स्कूल के छात्र-छात्राओं ने अमेरिका और भारत का झंडा लेकर वेंस का स्वागत किया। वेंस के साथ उनकी पत्नी ऊषा और उनके बेटे इवान और विवेक और बेटी मीराबेल भी हैं। हवाई अड्डे पर वेंस को मुख्यमंत्री आदित्यनाथ के साथ बातचीत करते देखा गया जिन्होंने मेहमानों का फूलों से स्वागत किया।

इस हाई-प्रोफाइल यात्रा के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। हवाई अड्डे से शिल्पग्राम होते हुए ताजमहल तक 12 किलोमीटर का रास्ता भारी सुरक्षा घेरे में था। अमेरिकी सुरक्षा एजेंसियों को तीन दिन पहले से ही आगरा में तैनात किया गया था और उपराष्ट्रपति के काफिले की आवाजाही के दौरान पूरे मार्ग को जीरो-ट्रैफिक जोन घोषित कर दिया गया था। परिवार ताजमहल देखने के बाद हवाई अड्डे लौट गया। परिवार ने आगरा में करीब तीन घंटे बिताए, जिसमें से एक घंटे से ज्यादा समय ताजमहल में बिताया।

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हम आपको यह भी बता दें कि अपनी चार दिवसीय यात्रा के दौरान अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने मंगलवार को भारत से गैर-शुल्क बाधाओं को हटाने, अपने बाजारों तक अधिक पहुंच देने तथा अधिक अमेरिकी ऊर्जा उत्पाद और सैन्य हार्डवेयर खरीदने का आह्वान किया। उन्होंने समृद्ध और शांतिपूर्ण 21वीं सदी के लिए दोनों देशों के बीच प्रगाढ़ संबंधों की रूपरेखा भी प्रस्तुत की। राजस्थान की राजधानी में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वेंस ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की बार-बार प्रशंसा की और उन्हें एक ‘‘विशेष व्यक्ति’’ बताया तथा वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए भारत और अमेरिका के एकजुट होकर काम करने की जरूरत पर जोर दिया।

हम आपको यह भी बता दें कि अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व की सराहना करते हुए उन्हें एक ‘‘खास व्यक्ति’’ बताया और कहा कि उनकी लोकप्रियता से ‘‘मुझे ईर्ष्या होती है।’’ वेंस ने यह भी कहा कि मोदी ‘‘सौदेबाजी में माहिर’’ हैं, जो भारत के उद्योग के लिए ‘‘काफी पैरोकारी’’ करते हैं। वेंस ने अपनी टिप्पणी में कहा, ‘‘मैंने प्रधानमंत्री मोदी से कहा, उनकी लोकप्रियता ऐसी है कि मुझे उनसे ईर्ष्या होती है।’’ अमेरिकी उपराष्ट्रपति ने यह भी कहा कि कैसे उनके बेटे इवान को रात्रिभोज में खाना इतना पसंद आया कि वह भारत में रहना चाहता था। वेंस ने कहा, ‘‘कल, जब हमने प्रधानमंत्री के घर पर रात्रिभोज किया, तो भोजन इतना स्वादिष्ट था और प्रधानमंत्री हमारे तीनों बच्चों से इतना घुल मिल गए कि इवान मेरे पास आया और बोला, पापा, आप जानते हैं, मुझे लगता है कि शायद मैं भारत में रह सकता हूं।’’ अमेरिका के उपराष्ट्रपति ने हल्के फुल्के अंदाज में कहा, ‘‘लेकिन जयपुर की धूप में ग्रेट पैलेस में लगभग 90 मिनट बिताने के बाद उसने कहा कि शायद हमें इंग्लैंड चले जाना चाहिए।’’

वेंस ने प्रधानमंत्री मोदी को एक ‘‘खास व्यक्ति’’ भी कहा तथा पूर्ववर्ती अमेरिकी प्रशासन की आलोचना करते हुए कहा कि वह मोदी के प्रति उपदेश देने वाला रवैया अपनाने का प्रयास कर रहा था। उन्होंने कहा, ‘‘अब हम यहां यह उपदेश देने के लिए नहीं आए हैं कि आप किसी एक विशेष तरीके से काम करें। अतीत में भी अमेरिका ने प्रधानमंत्री मोदी के प्रति अक्सर उपदेशात्मक व्यवहार किया।’’ वेंस ने कहा, ‘‘पूर्ववर्ती प्रशासन भारत को कम लागत वाले श्रमिक के स्रोत के रूप में देखते थे। एक ओर, वे प्रधानमंत्री की सरकार की आलोचना करते थे, जो संभवतः लोकतांत्रिक दुनिया में सबसे लोकप्रिय सरकार थी।’’ वेंस ने कहा कि मोदी सौदेबाजी में माहिर शख्स हैं और यही कारण है कि ‘‘हम उनका सम्मान करते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम प्रधानमंत्री मोदी को भारत के उद्योग का पैरोकार बनने के लिए दोषी नहीं ठहराते। लेकिन हम अतीत के अमेरिकी नेताओं को हमारे श्रमिकों के लिए ऐसा करने में विफल रहने के लिए दोषी ठहराते हैं। और हमें विश्वास है कि हम इसे अमेरिका और भारत दोनों के पारस्परिक लाभ के लिए ठीक कर सकते हैं।’’

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